भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या,
छोटी सी कन्या,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो ने पुछा मैया नाम तेरा क्या है,
वैष्णो नाम बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो ने पुछा मैया धाम क्या है,
परबत त्रिकुट बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो में पुछा मैया सवारी तेरी क्या है,
पीला शेर बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो में पुछा माँ प्रशाद तेरा क्या है,
हलवा पूरी चना बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो में पुछा मैया श्रृंगार तेरा क्या है,
चोला लाल बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो में पुछा मैया शस्त्र तेरा क्या है
त्रिशूल चक्र बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भक्तो ने पुछा सबसे प्यारा तेरा क्या है
भक्तो का प्यार बता गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥
भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या,
छोटी सी कन्या,
एक छोटी सी कन्या ॥
होली का पर्व हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार रंगों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों का भी प्रतीक है। होलिका दहन से पहले पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
होली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे रंगों और खुशियों के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि होली के दिन किए गए कुछ उपाय आपके जीवन में सुख-समृद्धि, आर्थिक उन्नति और कष्टों से मुक्ति दिलाने में सहायक हो सकते हैं?
रंग पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन आसमान में गुलाल उड़ाने की परंपरा है, जिसे देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है।
रंग पंचमी हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखती है। यह त्योहार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। भक्त वत्सल इस लेख के माध्यम से आपको बता रहे हैं कि कैसे इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी ने पहली बार होली खेली थी।