मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री,
कैसो चटक रंग डारो,
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयों दाग री,
कैसो चटक रंग डारों ॥
औरन को अचरा ना छुअत है,
औरन को अचरा ना छुअत है,
या की मोहि सो,
या की मोहि सो लग रही लाग री,
या की मोहि सो लग रही लाग री,
कैसो चटक रंग डारों,
श्याम मोरी चुनरी में पड़ गयों दाग री,
कैसो चटक रंग डारों ॥
मो सो कहतो सुन्दर नारी,
मो सो कहतो सुन्दर नारी,
ये तो मोही सो,
ये तो मो हि सो खेले फाग री,
ये तो मो हि सो खेले फाग री,
कैसो चटक रंग डारो,
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयों दाग री,
कैसो चटक रंग डारों ॥
बल बल दास आस ब्रज छोड़ो,
बल बल दास आस ब्रज छोड़ो,
ऐसी होरी में,
ऐसी होरी में लग जाये आग री,
ऐसी होरी में लग जाये आग री,
कैसो चटक रंग डारों,
श्याम मोरी चुनरी में पड़ गयों दाग री,
कैसो चटक रंग डारों ॥
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री,
कैसो चटक रंग डारो,
श्याम मोरी चुनरी में पड़ गयों दाग री,
कैसो चटक रंग डारों ॥
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा।
त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥