स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा - भजन (Swagatam Krishna Sharanagatam Krishna)

स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं सुस्वागतं शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं सुस्वागतं शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा ॥


अभी आता ही होगा सलोना मेरा,

हम राह उसी की तका करते हैं,

कविता-सविता नहीं जानते हैं,

मन में जो आया सो बका करते हैं ॥


पड़ते उनके पद पंकज में,

चलते-चलते जो थका करते हैं,

उनका रस रूप पिया करते हैं,

उनकी छवि-छाक छका करते हैं ॥


अपने प्रभु को हम ढूंढ लियो,

जैसे लाल अमोलख लाखों में,

प्रभु के अंग में जितनी नरमी,

उतनी नर्मी नहीं माखन में ॥


स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं सुस्वागतं शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं सुस्वागतं शरणागतं कृष्णा,

स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा ॥


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बड़े तुम्हारे है उपकार मैया(Bade Tumhare Hai Upkar Maiya)

बड़े तुम्हारे है उपकार मैया,
तुमने जो होके दयाल,

कुंभ संक्रांति 2025 कब है

सनातन धर्म में कुंभ संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने की परंपरा है। क्योंकि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य करने से सूर्य देव की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।

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दया करो हे दयालु गणपति (Daya Karo Hey Dayalu Ganpati)

शरण में आये है हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु गणपति,

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