Mangalwar Vrat Niyam: कब और कैसे शुरू करना चाहिए मंगलवार व्रत? यहां जानिए इससे जुड़े सभी जरूरी नियम
सनातन परंपरा में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी या देवता की पूजा, व्रत, जप आदि के लिए समर्पित माना जाता है। ठीक ऐसे में हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन प्रभु श्री राम भक्त हनुमान जी की पूजा के लिए अत्यंत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि मंगलवार का व्रत रखने वाले हनुमान भक्त के जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनकी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं, लेकिन शास्त्रों में इस व्रत की शुरुआत और पूजा करने के लिए कुछ नियम बताए गए हैं, जिसे नजरअंदाज करने पर व्यक्ति को इस व्रत का शुभ फल नहीं प्राप्त होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अगर आप मंगलवार व्रत शुरू करना चाहते हैं तो आपको किन जरूरी नियमों का पालन करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि मंगलवार का व्रत कब शुरू और कैसे करना चाहिए।
कब से शुरू करें मंगलवार का व्रत?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप मंगलवार का व्रत शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आप यह व्रत किसी मनोकामना पूर्ति के लिए कर रहे हैं तो इसे 21 या 45 मंगलवार तक करें। फिर 21 या 45 मंगलवार तक व्रत करने के बाद ही इसका उद्यापन करें।
मंगलवार व्रत पूजा विधि
अगर आप मंगलवार का व्रत शुरू करने वाले हैं तो, व्रत वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर आवश्यक काम निपटाने के बाद स्नान कर लें। उसके बाद हनुमान जी का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। अब वास्तु के अनुसार घर के ईशान कोण में एक चौकी रखें और उस पर बजरंगबली की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। इस दिन लाल या नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर पूजा करें, क्योंकि यह शुभ माना जाता है। उसके बाद हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल, चोला चढ़ाएं। साथ ही, उन्हें लाल रंग के फूल, नारियल, गुड़, चना, पान का बीड़ा आदि भी अर्पित करें। इसके अलावा भोग में उन्हें बूंदी, या बेसन के लड्डू अर्पित करें। इस बात का ध्यान रखें कि हनुमान जी की पूजा में राम-सीता जी का स्मरण भी जरूर करें। क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। इस दिन हनुमान चालीसा या सुन्दरकाण्ड का पाठ भी अवश्य करना चाहिए। पूजा के बाद आखिरी में हनुमान जी की आरती करें।
मंगलवार के दिन पूजा के दौरान करें इन मंत्रों का जाप
- ॐ हं हनुमते नमः
- ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः
- ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा
- ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा
- ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा
- ॐ नमो भगवते हनुमते नमः
- ॐ ऋणमोचन हनुमते नमः
मंगलवार से क्या है भगवान हनुमान का संबंध?
पौराणिक कथा के अनुसार, हनुमान जी का जन्म मंगलवार के दिन ही हुआ था। इसलिए हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
मंगलवार व्रत में किस चीज का करें सेवन?
यदि आप भी मंगलवार का व्रत करते हैं तो इस दिन फलाहार रह सकते हैं। इसके अलावा इस दिन शाम के समय घी में बनी हुई पूरी भी खा सकते हैं। वहीं, मंगलवार व्रत में गुड़, दूध, लौकी की खीर या हलवा भी खा सकते हैं। मंगलवार व्रत का पारण बेसन का लड्डू खाकर कर सकते हैं।
मंगलवार व्रत में न करें ये गलतियां
अगर आप भी मंगलवार का व्रत रखते हैं तो इस दिन आपको कुछ जरूरी नियम का पालन जरूर करना चाहिए। मंगलवार व्रत में आपको नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। वरना इससे आपका व्रत खंडित हो सकता है। इसके अलावा इस दिन तामसिक चीजों से परहेज करें। वहीं, इस दिन बाल और नाखून काटना भी अशुभ माना जाता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे मंगल देव और हनुमान जी रुष्ट हो सकते हैं।
मंगलवार व्रत के नियम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार व्रत में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दिन पूजा के दौरान अपने मन को शांत और शुद्ध रखें। इस व्रत में नमक का सेवन बिल्कुल भी न करें। मंगलवार व्रत फलाहार करना चाहिए। ज्योतिष की मानें तो इस दिन हनुमान जी की पूजा काले या सफेद वस्त्र पहनकर न करें। आप पूजा में लाल रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं। इसके अलावा मंगलवार का व्रत रखने वाले लोगों को दिन में एक बार ही भोजन करना चाहिए।