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गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त जून 2025

गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त जून 2025

June 2025 Griha Pravesh Muhurat: जून 2025 में कर रहे हैं गृह प्रवेश का प्लान? यहां जानें शुभ तिथियां, मुहूर्त और नक्षत्र

अगर आप जून 2025 में अपने नए घर में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए शुभ हो सकता है। इस महीने गृह प्रवेश के लिए दो शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त देखना अत्यंत आवश्यक होता है। ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में किया गया कार्य अधिक फलदायी होता है और उसमें सफलता सुनिश्चित होती है।

गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण अवसर के लिए उपयुक्त तिथि, समय और नक्षत्र का चयन आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि को आमंत्रित करता है। यदि आप जून 2025 में गृह प्रवेश करने का विचार कर रहे हैं तो आगे दिए गए मुहूर्त को जरूर ध्यान में रखें।

जून 2025 गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त

4 जून 2025, बुधवार

  • शुभ मुहूर्त: रात 11:54 बजे से सुबह 03:35 बजे तक (5 जून)
  • नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी

इस रात्रिकालीन मुहूर्त में गृह प्रवेश करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख शांति बनी रहती है।

6 जून 2025, शुक्रवार

  • शुभ मुहूर्त: सुबह 06:34 बजे से अगले दिन 04:47 बजे (7 जून) तक
  • नक्षत्र: चित्रा
  • तिथि: एकादशी

एकादशी तिथि और चित्रा नक्षत्र का योग इस दिन को अत्यंत शुभ बनाता है। इस दिन गृह प्रवेश करने से घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है।

क्यों महत्वपूर्ण हैं ये मुहूर्त

ज्योतिषीय कारण:

जून 2025 में ग्रहों की स्थिति, चंद्र नक्षत्र और शुभ तिथियों का संयोग दो बार बन रहा है जो गृह प्रवेश के लिए अनुकूल है। विशेषकर चित्रा और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शुभ फलदायी माने जाते हैं।

धार्मिक महत्व:

 गृह प्रवेश एक पवित्र और आध्यात्मिक अनुष्ठान होता है जो नए घर में शुभता और ईश्वर का आशीर्वाद लेकर आता है। विशेष तिथि और नक्षत्रों में प्रवेश करने से घर में लंबे समय तक शांति और समृद्धि बनी रहती है।

गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त का महत्व

गृह प्रवेश केवल एक स्थान परिवर्तन नहीं बल्कि जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत है। वास्तु शास्त्र और वैदिक ज्योतिष दोनों ही गृह प्रवेश को एक शक्तिशाली अनुष्ठान मानते हैं। इस पूजा का उद्देश्य घर में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करना और नकारात्मक शक्तियों को दूर करना होता है। शुभ मुहूर्त में किया गया गृह प्रवेश परिवार के सभी सदस्यों के जीवन में सुख, सौहार्द और समृद्धि लेकर आता है।

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शुक्रवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी से जुड़ा होता है। इसे लक्ष्मी व्रत या शुक्रवार व्रत के रूप में मनाया जाता है।

शनिवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में शनिवार का दिन विशेष रूप से भगवान शनिदेव से जुड़ा हुआ होता है। इसे "शनिवार व्रत" या "शनि व्रत" के रूप में मनाया जाता है।

रविवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में रविवार का दिन विशेष रूप से भगवान सूर्यदेव से जुड़ा हुआ है। इसे "रविवार व्रत" या "सूर्य व्रत" के रूप में मनाया जाता है। रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, सम्मान और शक्ति की प्राप्ति होती है।

गणेश जयंती के उपाय

प्रत्येक वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती मनाई जाती है। इसे विनायक जयंती अथवा वरद जयंती के नाम से भी जाना जाता है।

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