जून 2025 का महीना व्यापार से जुड़े लोगों के लिए नये अवसरों, साझेदारी प्रस्तावों और लाभ-हानि के संतुलन का समय है। इस माह ग्रहों की चाल विशेषकर बृहस्पति, शनि, राहु और बुध के प्रभाव व्यापारिक गतिविधियों को सीधे प्रभावित करेंगे। कुछ राशियों के लिए यह महीना अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने, नया स्टोर या ब्रांच खोलने या ऑनलाइन व्यापार विस्तार का श्रेष्ठ समय रहेगा, वहीं कुछ को घाटे से बचने के लिए बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
इस माह कार्यस्थल पर दबाव बढ़ सकता है। राहु की स्थिति निर्णयों को भ्रमित कर सकती है, इसलिए कोई भी नया कदम सोच-समझकर लें। साझेदारी में विवाद से बचें। पुराने कार्यों को पूरा करने में सफलता मिलेगी। सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल है।
बृहस्पति की दृष्टि से आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं। व्यापार में विस्तार और लाभ के अवसर मिल सकते हैं। साझेदारी से लाभ होगा। यदि कोई नया अनुबंध करना चाहें तो यह माह अनुकूल है। नौकरी में पदोन्नति या स्थानांतरण संभव है।
बुध की स्थिति अनुकूल रहेगी, जिससे संचार और नेटवर्किंग में मजबूती आएगी। डिजिटल, लेखन या मीडिया से जुड़े कार्यों में लाभ मिलेगा। नए प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए यह सही समय है। ध्यान रखें कि जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।
शनि की दृष्टि से कार्यभार अधिक रहेगा, जिससे मानसिक दबाव महसूस हो सकता है। बड़े निवेश या ऋण लेने से बचें। किसी पुराने सहयोगी से पुनः संपर्क लाभकारी सिद्ध हो सकता है। धैर्य से काम लें, सफलता मिलेगी।
यह माह करियर में मजबूती लाने वाला हो सकता है। उच्च अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। नया व्यवसाय शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो समय अनुकूल है। विदेश या दूर स्थान से व्यापार करने वाले जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है।
राहु की स्थिति भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर सकती है। नौकरीपेशा जातकों को सहकर्मियों से असहयोग मिल सकता है। धैर्य और रणनीति से काम लें। स्वास्थ्य पर भी खर्च बढ़ सकता है। छोटे व्यवसाय में लाभ के संकेत हैं, लेकिन जल्दबाजी न करें।
बृहस्पति पंचम भाव में होकर आर्थिक वृद्धि में मदद करेगा। कोई नया व्यापारिक प्रस्ताव मिल सकता है। नौकरी में आपकी योग्यता को पहचाना जाएगा। पदोन्नति या वेतन वृद्धि संभव है। कोई पुराना निवेश अब लाभ दे सकता है।
कार्यक्षेत्र में स्थिरता बनी रहेगी। किसी पुराने साथी से फिर से व्यापारिक संबंध बन सकते हैं। यह माह भाग्य के सहारे नहीं बल्कि कड़ी मेहनत से सफलता देने वाला है। खुद को अपडेट रखना आवश्यक होगा।
बृहस्पति सप्तम भाव में शुभ परिणाम देगा। साझेदारी में लाभ होगा। नौकरी में आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वरिष्ठों से प्रशंसा मिलेगी। कोई नया स्टार्टअप शुरू करने के लिए समय उपयुक्त है। यात्राओं से भी लाभ के संकेत हैं।
इस समय व्यवसाय में धीमी गति रह सकती है। बृहस्पति का प्रभाव कमजोर होने से निर्णयों में अड़चन आ सकती है। पुराने काम को मजबूती दें, नई शुरुआत को थोड़ा टालना बेहतर रहेगा। नौकरी में स्थिरता बनी रहेगी।
कार्य और निजी जीवन में संतुलन बनाकर चलना जरूरी है। काम का दबाव बढ़ सकता है, लेकिन उसके अनुसार लाभ भी मिलेगा। तकनीकी और शोध से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है।
राहु और केतु के प्रभाव में कमी आने से स्थितियां सुधरेंगी। कोई रुका हुआ कार्य फिर से गति पकड़ सकता है। नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो यह उचित समय हो सकता है। व्यापार में जोखिम लेने से पहले विशेषज्ञ सलाह जरूर लें।
भारत में अलग-अलग स्थानों पर 12 ज्योतिर्लिंगों है। इनमें छठा ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे से लगभग 110 किलोमीटर दूर सह्याद्रि पर्वत पर स्थापित है।
पुराणों और शास्त्रों में 12 ज्योतिर्लिंग का बहुत महत्व बताया गया है। इन ज्योतिर्लिंगों से जुड़ी अपनी पौराणिक कथा और धार्मिक मान्यताएं है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सातवे नंबर पर आने वाला काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध है।
हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंगो का बहुत महत्व है। कहा जाता है इन 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इन द्वादश ज्योतिर्लिंगों में नौवां ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ या बाबा वैद्यनाथ धाम झारखंड के देवघर में है।
शिव पुराण में 12 ज्योतिर्लिंगों का बहुत महत्व बताया गया है। इन सभी पावन ज्योतिर्लिंगों का अपना धार्मिक महत्व और मान्यताएं है।