यदि आप जून 2025 में कर्णवेध संस्कार या कान छेदन करने का प्लान बना रहे हैं, तो जून महीने में कुल 9 शुभ मुहूर्त हैं। इन शुभ मुहूर्तों को ध्यान में रखकर आपका संस्कार सफल और शुभ होगा।
जून 2025 में कर्णवेध के लिए 5, 6, 7, 15, 16, 20, 21, 26 और 27 जून की तिथियां सबसे उपयुक्त मानी गई हैं। नीचे दिए गए मुहूर्त और नक्षत्र के अनुसार आप अपने बच्चे के कर्णवेध संस्कार का आयोजन कर सकते हैं।
कर्णवेध संस्कार हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है। यह संस्कार बच्चे के कान छेदन के लिए किया जाता है ताकि उसकी सुनने की क्षमता बढ़े और वह स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सके। इसके साथ ही यह संस्कार बच्चे की बुद्धिमत्ता, सौंदर्य और समृद्धि को बढ़ाने में सहायक माना जाता है।
कर्णवेध से हर्निया जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव होता है और लकवे आने की आशंका भी कम होती है। इसलिए यह संस्कार बच्चे के जीवन में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य लाने वाला माना जाता है।
कोजागरा पूजा जिसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है, मिथिलांचल सहित पूरे उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण पर्व है।
बल, बुद्धि और विद्या के देव माने जानें वाले हनुमान जी की जयंती भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण जगह रखती है। यह पर्व उन भक्तों के लिए विशेष होता है जो जीवन में भक्ति, शक्ति और साहस को महत्व देते हैं।
24 अक्टूबर को खरीदारी के लिए दुर्लभ संयोग बन रहा है। इसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
कार्तिक मास का महत्व तो आप इस श्लोक से समझ ही गए होंगे। हिंदू धर्म में कार्तिक मास को सबसे पवित्र महीना माना जाता है।