भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का महत्व सदियों से जारी है। चाहे वह शादी-विवाह हो, मुंडन, अन्य अनुष्ठान, या फिर संपत्ति की खरीदारी, शुभ मुहूर्त का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। यही कारण है कि लोग किसी भी महत्वपूर्ण काम के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश करते हैं। संपत्ति खरीदना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिसमें आपका भविष्य और वित्तीय स्थिरता शामिल है। ऐसे में शुभ मुहूर्त का चयन करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। यह न केवल आपके निवेश को सफल और लाभदायक बनाता है बल्कि आपके जीवन में स्थिरता और सुख-शांति भी लाता है।
शुभ मुहूर्त का चयन ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किया जाता है जिसमें ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। यह शुभ समय ऐसे होते हैं जब ग्रहों की स्थिति आपके पक्ष में होती है और आपके फैसले के लिए सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इस आर्टिकल में हम आपको जून 2025 में संपत्ति खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही बताएंगे कि शुभ मुहूर्त का चयन क्यों महत्वपूर्ण है।
पंचांग के अनुसार, 12, 13, 19, 20, 26 और 27 जून की तिथियों और मुहूर्त का पालन कर सकते हैं। इसके अलावा और शुभ तिथियां, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र नीचे दिए गए हैं–
प्रॉपर्टी खरीदना न केवल आपके जीवन का एक बड़ा फैसला है बल्कि यह आपके परिवार के लिए सुख और समृद्धि भी लाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रॉपर्टी खरीदने का समय भी बहुत महत्वपूर्ण है? हिन्दू परंपराओं और रीति-रिवाजों के अनुसार, प्रॉपर्टी खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप एस्ट्रोलॉजर से कंसल्ट कर सकते हैं जो आपको प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त के अनुसार गाइड कर सकते हैं। ग्रहों की स्थिति भी प्रॉपर्टी खरीदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विभिन्न ग्रहों का मानव जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है और यह आपके अलग-अलग भाव में उनकी स्थिति पर निर्भर करता है। इसलिए शुभ मुहूर्त पर प्रॉपर्टी खरीदना सबसे अच्छा माना जाता है।
प्रॉपर्टी खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करने में ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। कुछ नक्षत्रों को शुभ माना जाता है, जैसे कि माघ, पूर्वा भाद्रपद और अनुराधा। लेकिन ग्रहों की स्थिति के अलावा, राहु, केतु और सूर्य की वर्तमान स्थिति भी देखनी चाहिए। इनकी स्थिति भी मानव जीवन को प्रभावित कर सकती है। कुछ नक्षत्र ऐसे हैं जिनके दौरान प्रॉपर्टी खरीदने की सलाह दी जाती है। इनमें शामिल हैं–
यह पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान श्री कृष्ण की पूजा और उत्सव के लिए मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का बहुत महत्व है। हर एक त्योहार और व्रत से जुड़ी कई कथाएं होती हैं, जिन्हें पढ़ने और जानने से व्यक्ति को धार्मिक लाभ होते हैं।
सनातन परंपरा के अनुसार परिवर्तनी एकादशी व्रत का बहुत अधिक महत्व माना जाता है।
हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।