Aaj Ka Ank Jyotish, 16 June 2025: आज का दिन यानी 16 जून 2025 को अंक ज्योतिष के हिसाब से जानें कि कौन से मूलांक वालों के लिए शुभ संकेत हैं और किसे थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। आपको बता दें कि अंक ज्योतिष जन्मतिथि के आधार पर हमें यह जानकारी देता है कि ग्रहों का प्रभाव आपके स्वभाव, निर्णय और दिनचर्या पर कैसे पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं मूलांक 1 से 9 वाले जातकों का भविष्यफल...
आज आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी नई योजना की शुरुआत के लिए दिन अनुकूल है। सरकारी कामों में सफलता मिल सकती है। ऑफिस में तारीफ मिलेगी और बॉस से सपोर्ट मिलेगा। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।
आज का दिन थोड़ा भावनात्मक हो सकता है। किसी पुराने दोस्त से संपर्क हो सकता है। मन में असमंजस रहेगा, लेकिन सही सलाह लेने पर निर्णय बेहतर रहेगा। घर में माता के साथ समय बिताएं।
आज आपकी योजनाएं सफल हो सकती हैं। शिक्षा या अध्यात्म से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ मिलेगा। करियर में उन्नति के संकेत हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।
आज आप थोड़ा सतर्क रहें। तकनीकी या इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों से संबंधित समस्या आ सकती है। कार्यक्षेत्र में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन परिणाम देरी से आएंगे। धैर्य रखें।
बिजनेस और कम्युनिकेशन से जुड़े लोगों के लिए दिन बेहतरीन है। आज आपके शब्दों में प्रभाव रहेगा और आप दूसरों को अपनी बात आसानी से समझा पाएंगे। यात्रा के योग भी बन सकते हैं।
पार्टनरशिप या प्रेम संबंधों में सुधार आएगा। कला, फैशन या क्रिएटिव क्षेत्रों में काम करने वालों को सराहना मिल सकती है। धन लाभ भी संभव है। आज खुद को सजाने-संवारने का मन करेगा।
आज आपका मन अकेले रहने का करेगा। शोध, रिसर्च या गहरी सोच के कामों में मन लगेगा। आध्यात्म की ओर रुझान रहेगा। हेल्थ को लेकर थोड़ी चिंता हो सकती है।
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। कामकाज में उतार-चढ़ाव रहेंगे, लेकिन पुराने अधूरे काम पूरे हो सकते हैं। आर्थिक मामलों में सूझबूझ से निर्णय लें। किसी करीबी से मनमुटाव हो सकता है।
आज आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। स्पोर्ट्स, पुलिस, आर्मी या प्रशासन से जुड़े लोगों को सफलता मिल सकती है। हालांकि गुस्से पर काबू रखना जरूरी है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
नरसिंह भगवान हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों में से चौथा अवतार हैं। उन्हें आधा मानव और आधा सिंह के रूप में दर्शाया जाता है। यह एक ऐसा अवतार था जो अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए लिया गया था।
भगवान परशुराम का जन्म राजा जीमूतवाहन और उनकी पत्नी रेणुका के घर हुआ था। वे ब्राह्मण कुल से थे, लेकिन उनके कार्यक्षेत्र में शस्त्र-विद्या का ज्ञान और युद्धकला का अभ्यास था। उन्हें भगवान विष्णु के दशावतार में एक माना जाता है। परशुराम जी ने भगवान शिव से भी शिक्षा ली थी।
श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की,
जगन्नाथ यानी कि जगत के स्वामी या संसार के प्रभु। यह उनके ब्रह्म रूप और संसार के पालनहार के रूप को दर्शाता है। भगवान जगन्नाथ की पूजा विशेष रूप से "रथ यात्रा" के दौरान होती है, जो एक प्रसिद्ध हिन्दू त्योहार है। यह यात्रा पुरी में आयोजित होती है और हर साल लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं।