Aaj Ka Ank Jyotish, 21 July 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार, आज का दिन कुछ मूलांक वाले जातकों के लिए दिन बेहद खास रहने वाला है तो वहीं कुछ को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं मूलांक 1 से लेकर 9 तक के जातकों का अंक ज्योतिष राशिफल...
आज का दिन आपके लिए आत्मविश्वास से भरा रहेगा। आपकी लीडरशिप क्वालिटी उभरकर सामने आएगी। नौकरी या व्यापार में कोई नया अवसर मिल सकता है। वरिष्ठों से सहयोग मिलेगा।
भावनाओं में बहने से बचें। आज किसी पुराने मित्र से बात हो सकती है। किसी पारिवारिक मुद्दे पर विचार-विमर्श होगा। मन में थोड़ी बेचैनी रह सकती है, ध्यान और संगीत से राहत मिलेगी।
शिक्षा, अध्यात्म या कला से जुड़े लोगों के लिए दिन लाभकारी है। भाग्य आपका साथ देगा। कोई रुका हुआ कार्य पूरा हो सकता है। बड़ों की सलाह से निर्णय लें।
मूलांक 4 वाले जातकों को थोड़ी मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है लेकिन परिणाम सकारात्मक रहेंगे। ऑफिस या बिजनेस में तकनीकी कामों में लाभ होगा। परिवार में सामंजस्य बनाए रखें।
नई योजनाओं की शुरुआत के लिए शुभ दिन है। आप अपनी बात दूसरों को अच्छे से समझा पाएंगे। यात्रा या किसी मीटिंग में लाभ के योग बन रहे हैं।
आज का दिन प्रेम और रिश्तों के लिए शुभ है। वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में सुधार होगा। घर में कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
मूलांक 7 वाले आज थोड़ा अकेलापन महसूस कर सकते हैं लेकिन यह आत्ममंथन का समय है। पढ़ाई या रिसर्च से जुड़े लोग लाभ में रहेंगे। अपने विचारों को सही दिशा दें।
आज कोई पुरानी समस्या सुलझ सकती है। मेहनत का फल मिलेगा, लेकिन धैर्य रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और थकावट से बचें। निर्णय सोच-समझकर लें।
मूलांक 9 वाले जातक आज जोश और उत्साह के साथ दिन बिताएंगे। किसी पुराने लक्ष्य को फिर से शुरू करने का समय है। सामाजिक कार्यों में भागीदारी बढ़ेगी। परोपकार का फल मिलेगा।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
हर संक्रांति में भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे संक्रांति कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सूर्य भगवान की पूजा करने से धन और वैभव की प्राप्ति होती है
वृश्चिक संक्रांति पौराणिक कथाओं के अनुसार एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योंहार है। यह हिंदू संस्कृति में सौर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान सूर्य जी की पूजा के लिए विशेष माना होता है। वृश्चिक संक्रांति के समय सूर्य उपासना के साथ ही मंगल ग्रह शांति एवं पूजा करने से मंगल ग्रह की कृपा होती है।
श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है मासानां मार्गशीर्षोऽहम् यानी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं। इस माह को धार्मिक ग्रंथों में पवित्र और फलदायी बताया गया है।
धार्मिक मान्यता है मार्ग शीर्ष का माह भगवान श्री कृष्ण को अधिक प्रिय माना जाता है। यही वजह है कि इस दौरान तामसिक भोजन ना करने की सलाह भी धार्मिक ग्रंथो में दी जाती है।