Aaj Ka Ank Jyotish, 24 July 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार किसी व्यक्ति के जीवन की कई महत्वपूर्ण बातें उसके जन्म तारीख के अंकों से ज्ञात की जा सकती हैं। जन्म तिथि के अंकों को जोड़कर जो अंतिम एकल अंक प्राप्त होता है, उसे मूलांक कहा जाता है। मूलांक 1 से 9 तक होते हैं और इन्हीं अंकों के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव, करियर, स्वास्थ्य और भविष्य से जुड़ी संभावनाओं का आंकलन किया जाता है। ऐसे में जन्मतिथि से जानें अपनी आज की स्थिति।
आज का दिन मानसिक स्पष्टता और नई ऊर्जा लेकर आएगा। कोई पुराना अधूरा काम फिर से शुरू करने का विचार मन में आ सकता है। हालांकि दिन के कुछ हिस्सों में अकेलेपन का अहसास हो सकता है।
कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से सकारात्मक सहयोग मिलेगा। पैसों के मामले में सोच-समझकर फैसले लें। कोई भी निर्णय जल्दबाजी में न लें, धैर्य से काम लेने में ही भलाई है।
आज आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप जिम्मेदारियों को अच्छी तरह निभा पाएंगे। हालांकि किसी वरिष्ठ व्यक्ति के साथ विचारों में मतभेद हो सकते हैं। धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बनी रहेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा
आज का दिन थोड़ा असमंजस भरा हो सकता है। कुछ फैसलों को लेकर मन दुविधा में रहेगा। निजी रिश्तों में बातचीत से सुकून मिलेगा।
कारोबार में प्रगति के संकेत हैं और कोई बड़ा अनुबंध फाइनल हो सकता है। कार्य से जुड़ी यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी। दांपत्य जीवन में सामंजस्य बना रहेगा। आपकी बातों में मिठास रहेगी
आज दिल की बातें जुबां पर आ सकती हैं। प्रेम संबंधों में मधुरता बढ़ेगी और नए रिश्तों की शुरुआत का योग है। अविवाहितों को अच्छा प्रस्ताव मिल सकता है। हालांकि खर्चों पर नजर बनाए रखें।
किसी पुराने रहस्य का समाधान मिल सकता है। आज किसी आध्यात्मिक व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
शनि ग्रह से प्रभावित यह मूलांक आज थोड़ी थकान महसूस कर सकता है। काम में मन नहीं लगेगा, लेकिन किसी दोस्त की मदद से ऊर्जा लौटेगी। कोई पुराना अधूरा काम पूरा होने की संभावना है। धन की स्थिति स्थिर रहेगी।
आज आप बहुत ऊर्जावान रहेंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखें नहीं तो संबंध बिगड़ सकते हैं। साहसिक फैसले लेने से लाभ होगा। खेल, पुलिस, सेना या एडवेंचर से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
संकष्टी चतुर्थी प्रत्येक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को आती है, लेकिन सावन मास में यह विशेष महत्व रखती है। सावन शबरी मास है, जब शिव भक्तों में अत्यधिक श्रद्धा और तप दिखाई देती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कर्क संक्रांति उस दिन को कहते हैं जब सूर्य देव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करते हैं। यह घटना धार्मिक रूप से भी अत्यंत शुभ मानी जाती है और इसी के साथ दक्षिणायन की शुरुआत होती है।
हर साल सूर्य देव जब मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करते हैं, तो यह घटना कर्क संक्रांति कहलाती है। यह संक्रांति केवल खगोलीय परिवर्तन नहीं है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
आदौ कर्मप्रसङ्गात् कलयति कलुषं मातृकुक्षौ स्थितं मां विण्मूत्रामेध्यमध्ये क्वथयति नितरां जाठरो जातवेदाः ।