Aaj Ka Ank Jyotish, 28 June 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार आज जून 28, 2025, शनिवार के साथ आषाढ़ शुक्ल पक्ष तृतीया है। बता दें कि अंक ज्योतिष एक ऐसा विज्ञान है जो आपकी जन्मतिथि के आधार पर आपके जीवन में आने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी करता है। 28 जून 2025 का दिन कुछ विशेष अंकों के लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है, वहीं कुछ अंकों के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। बता दें कि आप अपना मूलांक जन्म तारीख के अंकों के योग से जान सकते हैं, जो 1 से 9 मूलांक तक होते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अंक 1 से लेकर 9 तक के लिए यह दिन कैसा रहने वाला है। आइए जानते हैं अंक के आधार पर आज का भविष्यफल...
आज का दिन आत्मविश्वास से भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी लीडरशिप की सराहना होगी। नई योजनाएं बन सकती हैं और भाग्य भी आपका साथ देगा। आर्थिक दृष्टि से भी समय बेहतर है।
आज आपको भावनाओं में बहने से बचना चाहिए। किसी करीबी से मतभेद हो सकते हैं, इसलिए सोच-समझकर बोलें। मानसिक शांति के लिए ध्यान-योग फायदेमंद रहेगा।
आज का दिन शिक्षा, लेखन और रचनात्मक कार्यों के लिए उत्तम है। छात्रों के लिए अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। नौकरी में भी कोई अच्छा समाचार मिल सकता है।
आज मूलांक 4 वालों की किस्मत चमक सकती है। आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। रुके हुए सभी कार्य पूरे होंगे। नौकरीपेशा जातकों को लाभ मिलेगा। करियर में सफलता मिलेगी।
आपका आकर्षक व्यक्तित्व आज लोगों को प्रभावित करेगा। नेटवर्किंग और नए लोगों से जुड़ने के लिए उत्तम समय है। नौकरी या व्यवसाय में नए अवसर मिल सकते हैं।'
पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। घर की सजावट या नए सामान की खरीदारी हो सकती है। फाइनेंस में भी स्थिति बेहतर होगी।
आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यात्रा का योग भी बन रहा है। धन लाभ के योग भी बनेंगे। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे, जिससे मन शांत होगा।
थोड़ा दबाव महसूस हो सकता है लेकिन संयम बनाए रखें। पुरानी योजनाएं आज फिर से काम में आ सकती हैं। वरिष्ठों से संबंध मजबूत होंगे। धन के मामले में भी आज का दिन अच्छा रहेगा
आज आपका जोश और ऊर्जा आपके कामों में साफ झलकेगा। किसी पुराने अधूरे काम को पूरा कर पाएंगे। सामाजिक क्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ सकता है। व्यापार में धन लाभ के योग बन सकते हैं।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
छोटी दिवाली अमावस्या के एक दिन पहले यानी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है।
दिवाली से ठीक एक दिन पहले यानी 30 अक्टूबर को छोटी दिवाली मनाई जाएगी। जिसे नरक चतुर्दशी, यम दिवाली, काली चौदस या रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है।
छोटी दिवाली के दिन मुख्य रूप से भगवान श्रीकृष्ण, मां काली और यमराज की पूजा करने का विधान है। इस दिन संध्या के समय यमराज को दीप अर्पित किया जाता है।
दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। हालांकि दिवाली की रोशनी से एक दिन पहले हमें अच्छाई और सच्चाई की ओर ले जाने वाला त्योहार आता है, जिसमें हम छोटी दिवाली के रूप में मनाते हैं।