Aaj Ka Ank Jyotish, 5 June 2025: आज का दिन यानी 5 जून 2025 तारीख है। इस दिन को जोड़ने पर कुल योग बनता है 5 + 6 + 2 + 0 + 2 + 5 = 20 → 2 + 0 = 2। यानी आज का मूलांक बनता है 2। अंक 2 का संबंध चंद्रमा से होता है, जो भावनाओं, संवेदनाओं और रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में आज का दिन भावनात्मक रूप से थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है। आइए जानते हैं आज के सभी मूलांकों के लिए कैसा रहेगा दिन...
आज का दिन आपके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रह सकता है। आप जिस काम में हाथ डालेंगे, वहां कुछ ना कुछ बाधा आ सकती है। धैर्य बनाकर रखें। परिवार में किसी से अनबन की स्थिति हो सकती है। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
आज का दिन आपके लिए विशेष है क्योंकि दिन का मूलांक भी 2 ही है। भावनाओं में बहने से बचें और कोई बड़ा फैसला सोच-समझकर लें। रिश्तों में मधुरता आएगी, लेकिन किसी पुराने विवाद को फिर से न छेड़ें।
अंक 3 (किसी भी माह की 3, 12, 21, 30 तारीख को जन्मे लोग)
धार्मिक या आध्यात्मिक रुचि बढ़ सकती है। कार्यस्थल पर बॉस से सराहना मिलेगी। आज आप नेतृत्व क्षमता दिखा सकते हैं। किसी यात्रा का योग भी बन सकता है। सेहत सामान्य रहेगी।
आपकी मेहनत रंग ला सकती है, लेकिन दूसरों के भरोसे ना रहें। आत्मविश्वास में कमी न आने दें। जीवनसाथी से कुछ बातों को लेकर बहस हो सकती है, समझदारी से काम लें। वाहन सावधानी से चलाएं।
आज का दिन आपके लिए ऊर्जा से भरा है। नई योजनाएं बनेंगी और आपको उनका फायदा मिलेगा। व्यवसाय में लाभ होगा। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
पारिवारिक मामलों में व्यस्त रहेंगे। किसी पुराने दोस्त से मुलाकात हो सकती है। धन का आगमन संभव है। सौंदर्य और कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष सफलता मिल सकती है।
आपका मन आज थोड़ा अकेला या उलझा हुआ रह सकता है। ध्यान और योग से लाभ मिलेगा। कोई राज की बात सामने आ सकती है, जिससे मन पर असर पड़ेगा। किसी पुराने काम में आज सकारात्मक मोड़ आ सकता है।
आज आपको मेहनत का पूरा फल नहीं मिलेगा, लेकिन धैर्य रखने से फायदा होगा। कर्ज या लेन-देन के मामलों में सतर्क रहें। स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें, खासतौर पर हड्डियों और जोड़ो से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
आज का दिन आपके लिए ऊर्जा से भरपूर रहेगा। गुस्से को काबू में रखें। किसी चुनौती से न डरें, सफलता मिलेगी। युवा वर्ग को करियर में नया मौका मिल सकता है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
वास्तु शास्त्र प्रकृति और मानव जीवन के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाला प्राचीन विज्ञान है। जब किसी भवन या स्थान में वास्तु के सिद्धांतों का पालन नहीं होता, तो वहां नकारात्मक ऊर्जा या समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सौंदर्य, प्रेम, कला, विलासिता और भौतिक सुख-सुविधाओं का प्रतीक माना गया है। अगर कुंडली में शुक्र कमजोर या अशुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को रिश्तों में तनाव, आर्थिक अस्थिरता और सौंदर्य से जुड़ी समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
ज्योतिषशास्त्र मानता है कि हमारे जीवन में जो भी उतार-चढ़ाव आते हैं, उसके पीछे ग्रहों की स्थिति और दशा जिम्मेदार होती है। जन्म के समय जातक की तिथि, स्थान और समय के अनुसार कुंडली बनती हैI
मंगल दोष को लेकर आम धारणा यही है कि इससे विवाह में बाधा आती है, लेकिन इसके साथ ही ये दोष जीवन के कई अन्य पहलुओं पर भी प्रभाव डालता है।