साल 2025, मकर राशि के जातकों के लिए आर्थिक और करियर के लिहाज से सामान्य से बेहतर होने वाला है। देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव पूरे साल मकर राशि के जातकों के लिए धन और करियर में सकारात्मकता लाएगा। हालांकि, शनि और राहु के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतनी होगी। यदि आप अपनी मेहनत और सही रणनीति के साथ आगे बढ़ेंगे, तो यह साल आपके लिए आर्थिक और करियर के लिहाज से लाभदायक साबित होगा। तो आइए, इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि मकर राशि के लिए साल 2025 कैसा रहने वाला है।
वर्ष 2025 के दौरान धन के मामलों में आपको मिलाजुला अनुभव प्राप्त होगा। जहां बृहस्पति धन अर्जन और संचित धन की रक्षा में सहायक रहेगा। वहीं, शनि और राहु का प्रभाव कुछ वित्तीय चुनौतियां भी पैदा कर सकता है। सही वित्तीय योजना और खर्चों पर नियंत्रण आपको इन चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा
बिजनेस करने वाले जातकों के लिए यह समय नए प्रोजेक्ट्स या योजनाओं पर काम करने का मौका देगा। आपकी सकारात्मक सोच और मेहनत आपको हर कठिनाई पर विजय दिलाने में सहायक होगी। इस अवधि में धन की कोई कमी महसूस नहीं होगी और आप संतोषजनक आर्थिक स्थिति का आनंद लेंगे।
साल के मध्य भाग में बृहस्पति छठे भाव में आ जाएगा। इससे एकाएक आर्थिक स्थिति में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। इस समय शनि और राहु की स्थिति धन भाव को प्रभावित कर सकती है। जिससे बेवजह खर्चे बढ़ सकते हैं। धन का सही प्रबंधन और सोच-समझकर निवेश करना इस समय बेहद जरूरी होगा।
साल 2025, मकर राशि के जातकों के लिए करियर में तरक्की और अवसरों से भरपूर होने वाला है। जनवरी में कारोबारी गतिविधियां व्यवस्थित रहेंगी। परंतु, धीमी गति के कारण धैर्य बनाए रखना जरूरी है। वहीं, फरवरी में कर्मचारियों पर नजर रखना और अपनी योजनाओं को गुप्त रखना जरूरी होगा। अन्यथा विरोधी इसमें कई अड़चनें पैदा कर सकते हैं। वहीं, मार्च और जून बिजनेस विस्तार के लिए बेहतरीन समय रहेगा। इस दौरान खासकर, सॉफ्टवेयर और विदेशी कंपनियों से जुड़े लोग अच्छा प्रदर्शन करेंगे। अप्रैल में निवेश और पार्टनरशिप से लाभ होगा। जबकि, मई के महीने में नई परियोजनाओं के दौरान सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी। अगस्त में नई योजनाओं पर काम करने से बचें और वर्तमान गतिविधियों को बेहतर बनाने पर ध्यान दें। सितंबर और अक्टूबर रियल एस्टेट और विदेशी बिजनेसों के लिए लाभकारी समय होगा। महिला उद्यमियों के लिए यह समय खासतौर पर अनुकूल रहेगा। नवंबर में नई शुरुआत के साथ प्रमोशन और उधारी की वसूली के योग बनेंगे। दिसंबर मेहनत और सतर्कता का समय रहेगा। जहां स्टाफ और वरिष्ठों से सहयोग प्राप्त कर अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मौका आप प्राप्त कर सकते हैं।
भारतीय संस्कृति और अध्यात्म के सबसे बड़ा पर्व महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालु और साधु-संत प्रयाग के संगम तट पर डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण नागा साधुओं और साध्वियों की उपस्थिति है, जिनकी जीवनशैली हमेशा चर्चा का विषय रहती है।
मकर संक्राति पर 14 जनवरी को महाकुंभ का पहला अमृत (शाही) स्नान हुआ। इस दौरान 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। शाही स्नान सुबह 6 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे खत्म हुआ। इस दौरान 13 अखाड़े के साधु संतों ने संगम में डुबकी लगाई।
हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व है। यह वह अवधि होती है जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं और गुरु ग्रह के साथ युति बनाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस अवधि में सूर्य और गुरु दोनों ही प्रभावहीन हो जाते हैं जिसके कारण शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत जिसे संकट हारा या सकट चौथ के नाम से भी जाना जाता है एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इसे भगवान गणेश की आराधना और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है।