Logo

मंगल गोचर 2025का इन राशियों पर होगा प्रभाव

मंगल गोचर 2025का इन राशियों पर होगा प्रभाव

Mangal Gochar 2025: जानें मंगल का कब, किस राशि में होगा गोचर? किन राशियों की बदलेगी किस्मत

 

हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन रामजी के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है। साथ ही मंगल देव की उपासना की जाती है। मंगल ग्रह ऊर्जा के कारक हैं। इन्हें ग्रहों का सेनापति भी कहा जाता है। हनुमान जी की पूजा करने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है। जिससे जातक को करियर और कारोबार में सफलता मिलती है। साथ ही सभी प्रकार के दुख एवं संकट भी दूर हो जाते हैं। अगले मंगल अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इससे कई राशियों को लाभ होगा। 


कब होगा मंगल ग्रह का गोचर


वर्तमान समय में ग्रहों के सेनापति मंगल देव वृषभ राशि में विराजमान हैं। ऊर्जा के कारक मंगल देव अगले साल 21 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। मंगल देव 21 जनवरी को मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में मंगल देव 3 अप्रैल तक रहेंगे। इस दौरान मंगल देव कई बार नक्षत्र भी परिवर्तन करेंगे। मंगल देव की कृपा कई राशि के जातकों पर बरसेगी।


मंगल गोचर से किन्हें होगा लाभ? 


मंगल देव के राशि परिवर्तन करने से कई राशि के जातकों को लाभ होगा। इनमें सबसे अधिक मकर राशि के जातकों को होगा। इस राशि में मंगल देव उच्च के होते हैं। अतः मकर राशि के जातकों पर मंगल देव की विशेष कृपा बरसेगी। इसके साथ ही अगले साल मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा, मेष और वृश्चिक राशि के जातकों पर भी मंगल देव की कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से दोनों राशि के जातकों को लाभ होगा। 


गोचर के दौरान करें हनुमान जी की पूजा


मंगल गोचर के दौरान हर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। वहीं, पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। हनुमान जी की पूजा करने से शनि की बाधा भी दूर होती है। 


मंगल गोचर का प्रभाव


मंगल नए साल 2025 में कई बार एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल गोचर का प्रभाव कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ राशियों के लिए अशुभ होने वाला है। नए साल में मंगल मेष व वृश्चिक राशि के जातकों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होंगे। इन दोनों राशियों के ये स्वामी ग्रह भी हैं। इन राशि के जातकों के जीवन में आर्थिक खुशहाली, करियर में उन्नति व स्वास्थ्य में सुधार आएगा। हालांकि, मिथुन राशि के जातकों को थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत रहेगी। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल की शत्रु राशि मिथुन है।


  1. मिथुन राशि में मंगल का गोचर:- 23 जनवरी 2025 से 7 अप्रैल 2025 दिन सोमवार को रात में 4:33 बजे तक मिथुन राशि मे रहेगा।
  2. कर्क राशि मे मंगल का गोचर:- 7 अप्रैल 2025, दिन सोमवार को रात में 04:33 बजे से 9 जून 2025 दिन सोमवार को रात में 9:09 बजे तक।
  3. सिंह राशि में मंगल का गोचर:- 9 जून 2025 दिन सोमवार को रात में 9:09 बजे से 31 जुलाई 2025 दिन गुरुवार को प्रातः 6:09 बजे तक।
  4. कन्या राशि मे मंगल का गोचर:- 31 जुलाई 2025 दिन गुरुवार को प्रातः 6:09 बजे से 15 सितंबर 2025 दिन सोमवार को रात में 10:01 तक। 
  5. तुला राशि में मंगल का गोचर:- 15 सितंबर 2025 दिन सोमवार को रात में 10:01 बजे से 28 अक्टूबर 2025 दिन मंगलवार को दिन में 4:24 बजे तक। 
  6. वृश्चिक राशि मे मंगल का गोचर:- 28 अक्टूबर 2025 दिन मंगलवार को दिन में 4:24 बजे से 7 दिसंबर 2025 दिन रविवार को दिन में 2:37 बजे तक। 
  7. धनु राशि मे मंगल का गोचर:- 7 दिसंबर 2025 दिन रविवार को दिन में 2:37 से 15 जनवरी 2026 दिन बृहस्पतिवार को दिन में 12:45 तक धनु राशि में।
........................................................................................................
शीश गंग अर्धंग पार्वती (Sheesh Gang Ardhang Parvati)

शीश गंग अर्धंग पार्वती,
सदा विराजत कैलासी ।

सोमवती अमावस्या पर पितृ चालीसा का पाठ

साल 2024 की पौष माह की अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है। यह साल 2024 की आखिरी अमावस्या होने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।

पार करो मेरा बेडा भवानी - नवरात्रि भजन (Paar Karo Mera Beda Bhavani)

पार करो मेरा बेडा भवानी,
पार करो मेरा बेडा।

देव गुरु बृहस्पति की पूजा विधि?

हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। उसी प्रकार, गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से बृहस्पति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।

यह भी जाने
HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang