Libra Health Horoscope 2025: तुला राशि वालों का 2025 में कैसा रहेगा स्वास्थ्य? जानिए वार्षिक हेल्थ राशिफल
2025 मे, तुला राशि के जातकों को अपने खान-पान और अपने आस-पास की सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्हें अपने बिजी लाइफ़स्टाइल से समय निकालकर शारीरिक गतिविधियों में भी भाग लेना होगा। क्योंकि, सेहत को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही इन्हें 2025 में भारी पड़ सकती है। बता दें कि, तुला राशि के जातकों के स्वामी ग्रह दैत्य गुरु के नाम से प्रसिद्ध शुक्र हैं। हालांकि,
मई के मध्य के बाद बृहस्पति के प्रभाव से जीवन में अच्छे परिणाम मिलेंगे। लेकिन, इन सबके बीच मई महीने के बाद से राहु का गोचर पेट से संबंधित कुछ परेशानियां देगा।
स्वास्थ्य के मामले में मिला जुला है ये साल
सावधानी रखने की स्थिति में आप अपने स्वास्थ्य का बेहतर आनंद ले सकेंगे। साल स्वास्थ्य से संबंधित मामलों में मिले-जुले परिणाम देगा। साल का दूसरा हिस्सा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ज्यादा अच्छा कहा जाएगा। हालांकि, साल के पहले हिस्से में स्वास्थ्य का अधिक ख्याल रखना जरूरी रहेगा। इसके बाद परिणाम धीरे-धीरे करके बेहतर होने लग जाएंगे। बस छोटी-मोटी विसंगतियां ही रह सकती हैं।
मानसिक रूप से रहें मजबूत
अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए और गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। अपने स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का हल निकालने के लिए आपको नियमित रुप से मेडिटेशन करना चाहिए।
वर्ष के अंतिम महीनों में आपकी सेहत में सुधार आ सकता है। आप मानसिक रुप से मजबूत रहोगे। आप जीवन की मुश्किलों का आसानी से सामना करने में सक्षम बनोगे। आपके अंदर एक नई शक्ति का संचार होगा। आप अपने हर काम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करोगे।
अच्छी सेहत से मिटेंगी रिश्तों की दूरियां
एक अच्छी सेहत का अच्छा असर आपके रिश्तों में और आपके करियर पर देखने को मिलेगा। महिलाओं को अपनी सेहत को नजरअंदाज नहीं करना है। अपनी बिज़ी लाइफ़ से अपने लिए कुछ समय जरूर निकालें और योग व मेडिटेशन जरूर करें। छात्रों को कुछ समय मनोरंजन के साधनों जैसे म्यूज़िक, अपना पसंदीदा गेम या फिर अपनी कोई हॉबी जरूर करें। ऐसा करने से आपको खुशी मिलेगी और मानसिक सुकून का एहसास होगा।
जानिए तुला राशि का वार्षिक हेल्थ राशिफल
नया साल 2025, तुला राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के मामले में सामान्य रहने वाला है। हालांकि, जनवरी और फरवरी में इन्हें इम्यूनिटी पर विशेष ध्यान देना होगा। इस समय किसी तरह के व्यसन के चलते परेशान हो सकते हैं। मार्च और अप्रैल में अत्यधिक काम के कारण खांसी-जुकाम और थकान जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। मई और जून में त्वचा और एलर्जी संबंधी समस्याएं उभर सकती हैं अतः सावधान रहें। जुलाई और अगस्त में मानसिक शांति के लिए आध्यात्मिक गतिविधियों और योग को अपनाना फायदेमंद साबित होगा। सितंबर में गैस और पेट संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। अक्टूबर और नवंबर में मांसपेशियों में खिंचाव और सर्दी से बचाव जरूरी है। वहीं, साल के अंतिम में थकान और पुरानी बीमारी दोबारा उभर सकती है। हालांकि, राहत की बात है कि तुला राशि के जातकों के लिए इस साल भी किसी भी बड़ी समस्या का अंदेशा नहीं है। हालांकि, स्वस्थ्य बने रहने के लिए अपना ध्यान रखना और नियमित व्यायाम करना आवश्यक है।
देवाधिदेव महादेव के लिए ही प्रदोष व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन महादेव का पूजन किया जाए तो प्रभु प्रसन्न होकर भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। साथ ही उनके सभी कष्टों का भी निवारण कर देते हैं।
हिंदू धर्म में, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत मनाया जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, फरवरी माह का पहला प्रदोष व्रत 9 फरवरी को मनाया जाएगा। सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है उसी के नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है।
माघ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में खास है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा की जाती हैं। इस दिन लोग व्रत करते हैं और सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ करते हैं। इसके साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं।
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का काफी महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि पर लोग व्रत रखते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।