॥ आरती श्री वैष्णो देवी ॥
जय वैष्णवी माता,मैया जय वैष्णवी माता।हाथ जोड़ तेरे आगे,आरती मैं गाता॥मैया जय वैष्णवी माता...शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी। गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी॥ मैया जय वैष्णवी माता... ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे। सेवक चंवर डुलावत, नारद नृत्य करे॥ मैया जय वैष्णवी माता... सुन्दर गुफा तुम्हारी,मन को अति भावे। बार-बार देखन को, ऐ माँ मन चावे॥ मैया जय वैष्णवी माता... भवन पे झण्डे झूलें, घंटा ध्वनि बाजे। ऊँचा पर्वत तेरा, माता प्रिय लागे॥ मैया जय वैष्णवी माता... पान सुपारी ध्वजा नारियल, भेंट पुष्प मेवा। दास खड़े चरणों में, दर्शन दो देवा॥ मैया जय वैष्णवी माता... जो जन निश्चय करके, द्वार तेरे आवे। उसकी इच्छा पूरण, माता हो जावे॥ मैया जय वैष्णवी माता... इतनी स्तुति निश-दिन,जो नर भी गावे। कहते सेवक ध्यानू, सुख सम्पत्ति पावे॥ मैया जय वैष्णवी माता... जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे,आरती मैं गाता॥ बोलिये वैष्णो महारानी की जय
वर्ष 2025 का चौथा महीना अप्रैल शुरू हो चुका है। लेकिन क्या आपको पता है कि अभी यानी वर्तमान में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों का आयोजन नहीं किया जा रहा है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र के बाद दूसरा महीना वैशाख होता है। आपको बता दें कि वैशाख महीना धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टिकोण से बहुत ही पवित्र माना गया है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख वर्ष का दूसरा महीना है, जो चैत्र मास के बाद आता है। आपको बता दें कि चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के बाद वैशाख मास की शुरुआत होती है।
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल साल का चौथा महीना होता है। अप्रैल का तीसरा हफ्ता व्रत और त्योहारों के मामले में सामान्य रहेगा। इस हफ्ते इस हफ्ते में कुछ महत्वपूर्ण त्योहार पड़ेंगे।