गणपति जी गणेश नू मनाइये,
सारे काम रास होणगे,
हर काम नाल पहला ही धियाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति जी गणेश नू ध्याइये,
सारे काम रास होणगे,
सारे काम रास होणगे ॥
गौरा माँ दा मान है गणपत,
शिव जी दा वरदान है गणपत,
पेहला लड्डूवा दा भोग लगाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति जी गणेश नू ध्याइये,
सारे काम रास होणगे ॥
गणपति वरगा देव ना दूजा,
सबतो पहले होणदि पूजा,
गजमुख जी गुण सारे गाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति जी गणेश नू मनाईये,
सारे काम रास होणगे ॥
चमका मारे सोहणा वेशे,
कुण्डला वाले काले केशे,
धूल मत्थे नाल चरणा दी लाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति जी गणेश नू मनाईये,
सारे काम रास होणगे ॥
गणपति जी गणेश नू मनाइये,
सारे काम रास होणगे,
हर काम नाल पहला ही धियाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति जी गणेश नू ध्याइये,
सारे काम रास होणगे,
सारे काम रास होणगे ॥
होली भाई दूज इस साल 16 मार्च को मनाई जाएगी। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार और बंधन को दर्शाता है।
भक्त वत्सल के इस लेख में आप जान सकते हैं, भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर राशि अनुसार क्या दान करने से सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।
भारत में पूर्णिमा का बहुत महत्व है और देश के प्रमुख क्षेत्रों में इसे पूर्णिमा कहा जाता है। पूर्णिमा का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि अधिकांश प्रमुख त्यौहार या वर्षगांठ इसी दिन पड़ती हैं।
वसंत पूर्णिमा की विशेष पूजा से लेकर अन्य धार्मिक गतिविधियों तक, इस पूर्णिमा को वर्षभर में विशेष महत्व दिया जाता है।