म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
मरूधर देश समराथल भूमि,
गुरूजी दियो उपदेश ।
पीपासर में प्रकट भया,
आय सुधारयो बागड देश ॥ १ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
बीदे ने विराट दिखायो पुल्हे जी ने पाताल ।
उन्नतीस नियम सुणाय गुरूजी पायो म्हाने अमृत पाहल ॥ २ ॥
सांगा राणा और नरेषां,
परच्यो महमद खान ।
लोदी सिकन्दर ऐसो परच्यो,
पढणी छोड दी कुरान ॥ ३ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
चिम्पी चोलो उणरे तन रो पडियो जांगलु मांय ।
चिम्पी चोले रा दरसण करस्यां न्हावाला बरसिंगाली जाय ॥ ४ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
मोखराम बंगांली वालो,
हरिचरणा लवलीन ।
दास जाण म्हापे किरपा कीज्यो,
भक्ति में होऊ प्रवीण ॥ ५ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
हिंदू धर्म में एक परिवार के लिए उसका घर एक मंदिर की तरह होता है। ऐसे में वो नहीं चाहेगा, कि घर में किसी तरह की दिक्कत आए। इसी कारण से लोग घर के लिए गृह शांति पूजा करवाते हैं।
शिलान्यास यानि किसी भी नए भवन या योजना की शुरुआत करना। हिंदू धर्म में किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के पहले पूजा करने की परंपरा है। इसी कारण से बहुत से लोग शिलान्यास करने से पहले बहुत से लोग पूजा करते हैं।
किसी भी व्यक्ति के लिए घर उसका मंदिर होता है। इसी कारण से जब वो अपने घर के निर्माण कार्य की शुरुआत करता है, उससे पहले भूमि का पूजन करवाता है।
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान शिव की पूजा और आराधना के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।