म्हाने शेरोवाली मैया, राज रानी लागे(Mhane Sherawali Maiya Rajrani Laage)

म्हाने प्राणा सु भी प्यारी,

माता रानी लागे,

माता रानी लागे,

म्हाने शेरोवाली मैया,

राज रानी लागे ॥


हाथां ले त्रिशूल भवानी,

सिंह पे चढ़ के आई,

घर में म्हारे आकर मैया,

म्हारो मान बढाई,

म्हापे हुकुम चलावे,

माँ धिरानी लागे,

म्हाने शेरावाली मैया,

राज रानी लागे ॥


थारा चरण पड्या तो मैया,

खुल गई क़िस्मत म्हारी,

‘हर्ष’ कवे माँ टाबरिया पे,

हो गई किरपा भारी,

थारी म्हारी मैया प्रीत,

पुराणी लागे पुराणी लागे,

म्हाने शेरावाली मैया,

राज रानी लागे ॥


म्हाने प्राणा सु भी प्यारी,

माता रानी लागे,

माता रानी लागे,

म्हाने शेरोवाली मैया,

राज रानी लागे ॥

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श्री तुलसी चालीसा (Shri Tulsi Chalisa)

श्री तुलसी महारानी, करूं विनय सिरनाय ।
जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय ।।

कब है जया एकादशी?

सनातन धर्म में एक साल में कुल 24 एकादशी आती है। इनमें से माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी मनाई जाती है। सनातन धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होता है।

नरक चतुर्दशी की कथा (Narak Chaturdashi ki Katha)

पौराणिक कथा के अनुसार भगवान कृष्ण अपनी पत्नियों के साथ द्वारिका में निवास कर रहे थे।

चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट (Chitrakoot Ke Ghat Ghat Par Shabri Dekhe Baat)

चित्रकूट के घाट घाट पर,
शबरी देखे बाट,

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