पहिले पहिल हम कईनी

पहिले पहिल हम कईनी,

छठी मईया व्रत तोहर,

छठी मईया व्रत तोहर।।

करिहा क्षमा छठी मईया,

भूल-चूक गलती हमार,

भूल-चूक गलती हमार।।

गोदी के बलकवा के दिहा,

छठी मईया ममता-दुलार,

छठी मईया ममता-दुलार।।

पिया के सनईहा बनईहा,

मैया दिहा सुख सार,

मैया दिहा सुख सार।।

नारियल केरवा घवदवा,

साजल नदिया किनार,

साजल नदिया किनार।।

सुनिहा अरज छठी मैया,

बढ़े कुल परिवार,

बढ़े कुल परिवार।।

घाट सजवली मनोहर,

मैया तोरा भगती अपार,

मैया तोरा भगती अपार।।

लिहि ए अरग हे मैया,

दिहीं आशीष हजार,

दिहीं आशीष हजार।।

पहिले पहिल हम कईनी,

छठीमैया बरत तोहर,

छठीमैया व्रत तोहर।।

करिहा क्षमा छठी मईया

भूल-चूक गलती हमार

भूल-चूक गलती हमार

भूल-चूक गलती हमार







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मैंने रटना लगाई रे, राधा तेरे नाम की (Maine Ratna Lagai Re Radha Tere Naam Ki)

मैंने रटना लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,

काशी विश्वनाथ से मां अन्नपूर्णा का संबंध

मार्गशीर्ष महीने में पूर्णिमा तिथि अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस साल अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर 2024 को है। मां अन्नपूर्णा की कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है।

तृष्णा ना जाए मन से - भजन (Trishna Na Jaye Man Se)

तृष्णा ना जाये मन से ॥

कर दो दुखियो का दुःख दूर, ओ बाघम्बर वाले (Kar Do Dukhiyo Ka Dukh Dur O Baghambar Wale)

कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,

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