ओ मैया मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,
पर जितना किया तुमने,
करता नहीं कोई,
ओ मईया मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
जब जब भी दिल मेरा,
उदास होता है,
तू मेरे पास खड़ी,
अहसास होता है,
ढूंढा तेरे जैसा माँ,
मिलता नहीं कोई ॥
कोई भी मुसीबत को,
ना पास भटकने दे,
बेटे की अँखियों से,
ना आंसू टपकने दे,
आँचल तेरे जैसा माँ,
रखता नहीं कोई ॥
जब जब भी पुकारूँ मैं,
जब भी फरियाद करूँ,
मुझे ऐसा लगता है,
तुमको नाराज करूँ,
वो गलती करता हूँ जो,
करता नहीं कोई ॥
‘बनवारी’ प्यार मेरा,
पहचानता नहीं,
मेरी गोद में बैठा है,
तू जानता नहीं,
गोदी में किसी को यूँ ही,
रखता नहीं कोई,
ये मत कहना तू मेरा,
लगता नहीं कोई,
माँ जितना किया तुमने,
करता नहीं कोई ॥
ओ मैया मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,
पर जितना किया तुमने,
करता नहीं कोई,
ओ मईया मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
सुख-वरण प्रभु, नारायण हे!
दु:ख-हरण प्रभु, नारायण हे!
प्रभू तेरो नाम, जो ध्याए फल पाए
सुख लाए तेरो नाम
मार्गशीर्ष महीने में पूर्णिमा तिथि अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस साल अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर 2024 को है। मां अन्नपूर्णा की कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मां पार्वती माता अन्नपूर्णा के रूप पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इसलिए हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है।