ओ मैया तेरी रहमतों ने, ये करिश्मा किया (O Maiya Teri Rehmaton Ne ye Karishma Kiya)

ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


अपना बनाया,

गले से लगाया,

दे दी हमें अपनी,

ममता की छाया,

ओ मैया बुझने दिया ना,

आस वाला दीया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


पुकारा तुझे हमने,

जब जिस घड़ी है,

माँ अपने भवनों से,

तू चल पड़ी है,

हमें लड़खड़ाने से,

पहले संभाला,

सदा माँ दुखो के,

भंवर से निकाला,

माँ तेरे हाथ में,

जब मेरा हाथ है,

छू ले मुझको कहाँ,

दुःख की औकात है,

ओ मैया तेरी दया का,

हमने अमृत पिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


हाथ तेरा सदा माँ,

सर पे रहे,

सर हमेशा माँ तेरे,

दर पे रहे,

ओ मैया हर साँस हमने,

नाम तेरा लिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥

........................................................................................................
पोला अमावस्या पूजा विधि (Pola Amavasya Puja Vidhi)

बैलों और गाय के बछड़ों को पूजने का पर्व है पोला अमावस्या, महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए करती हैं देवी दुर्गा की पूजा

कब है रुक्मिणी अष्टमी?

हिंदू धर्म में पौष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रुक्मिणी अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व भगवान श्री कृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी को समर्पित है, जिन्हें माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, रुक्मिणी अष्टमी पर ही द्वापर युग में विदर्भ के महाराज भीष्मक के यहां देवी रुक्मिणी जन्मी थीं।

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया (Dard Kisako Dikhaun Kanaiya)

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,

जय गणेश गणनाथ दयानिधि (Jai Ganesh Gananath Dayanidhi)

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने