हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास की अमावस्या का विशेष महत्व है। यह तिथि देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने का अच्छा अवसर माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपायों को विधिवत रूप से करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
ईशान कोण अर्थात उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु शास्त्र में सबसे पवित्र दिशा माना गया है। इसलिए वैशाख अमावस्या की रात घर के ईशान कोण में गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए और उसे सूर्योदय से सूर्यास्त तक जलाए रखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और माता लक्ष्मी को प्रसन्न होती है।
पीपल का वृक्ष भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है और इस वृक्ष की पूजा करने से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इसलिए वैशाख अमावस्या के दिन सुबह स्नान के बाद पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं और उसकी सात बार परिक्रमा करें। साथ ही, शाम के समय में पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं और वापस 11 बार उसकी परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और कभी भी आर्थिक समस्याएं नहीं होती हैं।
मिथुन राशि के जातकों के लिए साल 2025 करियर और व्यवसाय के क्षेत्र में नए बदलाव और अवसर लेकर आएगा। यह साल आपकी मेहनत, लगन और कौशल को पहचान दिलाने वाला भी साबित हो सकता है।
2025 के शुरुआती महीनों में बृहस्पति का गोचर कर्क राशि के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान, आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी। आय के कई नए स्त्रोत बनेंगे जिसके चलते आपकी इनकम बढ़ेगी।
साल 2025 की शुरुआत में, सिंह राशि के जातकों को अपने संतान पक्ष से अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही कार्य क्षेत्र में भी उन्नति के योग बन रहे हैं।
साल 2025, कन्या राशि के जातकों के लिए काम और कारोबार के लिहाज से अच्छा रहेगा। इस साल आप धन की बचत करने में भी सफल रहेंगे। साथ ही आपको सम्मान की भी प्राप्ति होगी। साथ ही आपकी कार्यक्षेत्र में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।