Aaj Ka Panchang: आज 01 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 01 August 2025: आज 01 अगस्त 2025 को श्रावण माह का 23वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:00 पी एम बजे से 12:54 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 10:46 ए एम से 12:27 पी एम बजे तक रहेगा। आज मासिक दुर्गाष्टमी है। साथ ही वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 01 अगस्त 2025
- तिथि - अष्टमी
- नक्षत्र - स्वाती
- दिन/वार - शुक्रवार
- योग - शुभ
- करण - विष्टि और बव
- श्रावण शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ - 04:58 ए एम, अगस्त 01
- श्रावण शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त- 07:23 ए एम, अगस्त 02
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:43 ए एम
- सूर्यास्त - 07:12 पी एम
- चन्द्रोदय - 12:32 ए एम
- चन्द्रास्त - 11:28 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 01 अगस्त 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:19 ए एम से 05:01 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:54 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:42 पी एम से 03:36 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:12 पी एम से 07:33 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:12 पी एम से 08:15 पी एम
- अमृत काल - 05:47 पी एम से 07:34 पी एम
- रवि योग - 03:40 ए एम, अगस्त 02 से 05:43 ए एम, अगस्त 02
आज का अशुभ मुहूर्त 01 अगस्त 2025
- राहु काल - 10:46 ए एम से 12:27 पी एम
- गुलिक काल - 07:24 ए एम से 09:05 ए एम
- यमगंड - 03:50 पी एम से 05:31 पी एम
- आडल योग - 03:40 ए एम, अगस्त 02 से 05:43 ए एम, अगस्त 02
- वर्ज्य - 06:59 ए एम से 08:47 ए एम
- भद्रा - 05:43 ए एम से 06:10 पी एम
- दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
01 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।
- मासिक दुर्गाष्टमी - दुर्गाष्टमी हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है, जिसमें श्रद्धालु दुर्गा माता की पूजा करते हैं और उनके लिए पूरे दिन का व्रत करते हैं। मुख्य दुर्गाष्टमी, जिसे महाष्टमी कहते हैं, आश्विन माह में शारदीय नवरात्रि के दौरान पड़ती है। इस दिन को दुर्गा अष्टमी भी कहा जाता है और मासिक दुर्गाष्टमी को मास दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत और पूजा के माध्यम से भक्त दुर्गा माता की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
01 अगस्त 2025/आज के उपाय
- शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौंदर्य की प्राप्ति होती है। इस दिन देवी लक्ष्मी को कमल के फूल, चावल और सफेद वस्त्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। शुक्रवार के उपायों में लक्ष्मी मंत्रों का जाप करना, लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना और देवी लक्ष्मी की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। शुक्रवार के दिन विशेष रूप से सफेद वस्त्र, चावल और दही का दान करना लाभदायक होता है।
- मासिक दुर्गाष्टमी के उपाय - मासिक दुर्गाष्टमी के दिन दुर्गा माता की पूजा करने से जीवन में शक्ति, साहस और सुरक्षा की प्राप्ति होती है। इस दिन दुर्गा माता को लाल वस्त्र, सिंदूर और लाल फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी के उपायों में दुर्गा चालीसा का पाठ करना, दुर्गा मंत्रों का जाप करना और दुर्गा माता की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन विशेष रूप से लाल वस्त्र, नारियल और फल का दान करना लाभदायक होता है।