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12 May 2025 Panchang (12 मई 2025 का पंचांग)

12 May 2025 Panchang (12 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 12 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 12 May 2025: आज 12 मई 2025 वैशाख माह का 30वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि पू्र्णिमा है। आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर वरीयान् योग रहेगा। वहीं चंद्रमा 13 मई रात्रि 2 बजकर 27 मिनट तक तुला राशि में रहेंगे। इसके बाद वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 14 मिनट से सुबह 08 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद खास है क्योंकि आज कूर्म जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, चित्रा पूर्णनामी, वैशाख पूर्णिमा व्रत और वैशाख पूर्णिमा है। इस दिन रवि योग भी बन रहा है लेकिन आज कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 12 मई 2025


  • तिथि- वैशाख शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि  
  • नक्षत्र - स्वाती
  • दिन/वार- सोमवार
  • योग- वरीयान्
  • करण- विष्टि और बव

वैशाख शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि प्रारंभ-  11 मई रात्रि 08:01 बजे

वैशाख शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि समाप्त-  12 मई रात्रि 10:25 बजे 


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र - चंद्रमा 13 मई रात्रि 2 बजकर 27 मिनट तक तुला राशि में रहेंगे। इसके बाद वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। 

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 32 मिनट पर 
  • सूर्यास्त-  शाम 7 बजकर 03 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय- शाम 6 बजकर 57 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त-  13 मई को प्रात:काल 05 बजकर 31 मिनट पर 

आज का शुभ मुहूर्त और योग 12 मई 2025

  • रवि योग -  प्रात:काल 05:32 बजे से सुबह 06:12 बजे तक।
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:08 बजे से सुबह 04:50 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त -  सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
  • अमृत काल-  रात्रि 11:18 बजे से 13 मई रात्रि 01:05 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02:33 बजे से दोपहर 03:27 बजे तक। 
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 07:02 बजे से शाम 07:23 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 07:03 बजे से रात्रि 08:06 बजे तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 12 मई 2025

  • राहु काल - सुबह 07:14 बजे से सुबह 08:55 बजे तक। 
  • गुलिक काल -  दोपहर 01:59 बजे से दोपहर 03:40 बजे तक।  
  • यमगंड -  सुबह 10:36 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक।  
  • दिशाशूल  - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - दोपहर 12:33 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक।
  • भद्रा - प्रात:काल 05:32 बजे से सुबह 09:14 बजे तक। 
  • आडल योग -  सुबह 06:17 बजे से 13 मई प्रात:काल 05:32 बजे तक। 
  • विडाल यो - प्रात:काल 05:32 बजे से सुबह 06:17 बजे तक। 

12 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है। 
  • कूर्म जयंती - कूर्म जयंती वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को मनाई जाती है, जो भगवान विष्णु के कूर्म अवतार के जन्म की वर्षगांठ है। इस अवतार में भगवान विष्णु ने कच्छप के रूप में प्रकट होकर मन्दराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण किया था और समुद्र मंथन में मदद की थी। भगवान कूर्म की आराधना करने से समृद्धि और दीर्घायु की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर तीर्थ स्नान, दान और पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। कूर्म जयंती के दिन भगवान विष्णु के मन्दिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है और वैष्णवजन एक दिवसीय उपवास का पालन करते हैं। आन्ध्र प्रदेश के श्री कूर्मम में स्थित कूर्मनाथस्वामी मन्दिर में कूर्म जयंती का पर्व बेहद उत्साह से मनाया जाता है।
  • बुद्ध पूर्णिमा - बुद्ध पूर्णिमा वैशाख माह में मनाई जाती है, जो गौतम बुद्ध के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। गौतम बुद्ध एक आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की। उनका जन्म लुम्बिनी, नेपाल में हुआ था और मृत्यु कुशीनगर, उत्तर प्रदेश में 80 वर्ष की आयु में हुई थी। बौद्धों के लिए बोधगया, कुशीनगर, लुम्बिनी और सारनाथ महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं। बुद्ध पूर्णिमा को बुद्ध जयंती और वैसाक भी कहा जाता है, जो गौतम बुद्ध के आत्मज्ञान प्राप्त करने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।
  • वैशाख पूर्णिमा - हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार वैशाख पूर्णिमा वर्ष की दूसरी पूर्णिमा है, जो नरसिंह जयंती के ठीक बाद आती है। सभी पूर्णिमा तिथियों को शुभ माना जाता है और इनमें कुछ विशेष त्योहार मनाए जाते हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन बुद्ध जयंती मनाई जाती है, जो गौतम बुद्ध की जन्म जयंती है। इस दिन लोग भगवान सत्यनारायण की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। कई समुदाय अपनी कुल परंपरा के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर एक दिन का उपवास रखते हैं। ये कुल परंपराएं पीढ़ियों से चली आ रही हैं।
  • चित्रा पौर्णमि - चित्रा पौर्णमि एक तमिल हिन्दू त्यौहार है, जो चिथिराई माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। यह पर्व भगवान चित्रगुप्त को समर्पित है, जो यम देवता के सहायक हैं और प्रत्येक जीव के कर्मों का विवरण अपनी धर्म पुस्तक में लिखते हैं। इस दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की जाती है और उनके आशीर्वाद की कामना की जाती है।

आज का उपाय 12 मई  2025


12 मई को वरीयान् योग बन रहा है। वरीयान् को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 
  • सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाने, बेलपत्र, धतूरा और फूल चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। सोमवार के दिन भगवान शिव के मंत्र "ऊं नमः शिवाय" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा सोमवार के दिन सफेद वस्त्र और चावल का दान करने से भी पुण्य मिलता है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख-शांति और सफलता मिलती है और चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है।
  • कूर्म जयंती के उपाय - कूर्म जयंती के दिन भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की पूजा करने से विशेष लाभ होता है। इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जप करने, उनकी आरती करने और उन्हें पीले फूल चढ़ाने से समृद्धि और दीर्घायु की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन व्रत रखने और दान-पुण्य करने से भी पुण्य फल की प्राप्ति होती है। भगवान कूर्म की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों को उनकी पूजा और साधना करनी चाहिए।
  • वैशाख पूर्णिमा के उपाय - वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करने और व्रत रखने से विशेष लाभ होता है। इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जप करने, उनकी आरती करने, उन्हें पीले फूल चढ़ाने से समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करने और तीर्थ स्नान करने से भी पुण्य फल की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों को उनकी पूजा और साधना करनी चाहिए।
  • बुद्ध पूर्णिमा के उपाय - बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध की पूजा करने और उनके सिद्धांतों का पालन करने से शांति के साथ आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। इस दिन मांसाहारी भोजन से परहेज करना, दान-पुण्य करना और ध्यान करना विशेष रूप से लाभदायक होता है। भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाकर और उनकी भक्ति करके भक्त अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।

12 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज स्वाती नक्षत्र है। स्वाती को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। आज का दिन बेहद खास है क्योंकि आज कूर्म जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, चित्रा पूर्णनामी, वैशाख पूर्णिमा व्रत और वैशाख पूर्णिमा है। इस दिन रवि योग भी बन रहा है लेकिन आज कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा। 

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मंत्र जाप के लाभ

‘मंत्र’ शब्द संस्कृत भाषा से आया है। यहां 'म' का अर्थ है मन और 'त्र' का अर्थ है मुक्ति। मंत्रों का जाप मन की चिंताओं को दूर करने, तनाव और रुकावटों को दूर करने एवं आपको बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित करने में मदद करने का एक सिद्ध तरीका है।

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मंत्र जाप के नियम

हिंदू धर्म में मंत्र जाप को आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धता का माध्यम माना जाता है। मंत्र जाप ना सिर्फ मानसिक शांति प्रदान करता है।

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