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25 March 2025 Panchang (25 मार्च 2025 का पंचांग)

25 March 2025 Panchang (25 मार्च 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 25 मार्च 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 25 March 2025: आज 25 मार्च 2025 चैत्र माह का नवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकदाशी है, जिसे पापमोचिनी एकादशी भी कहते हैं। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर दोपहर 02 बजकर 53 मिनट तक शिव योग रहेगा, इसके बाद सिद्ध योग रहेगा। वहीं चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 03 बजकर 31 मिनट से शाम 05 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। आज तिथि के हिसाब से आप मंगलवार और एकादशी का व्रत रख सकते हैं। मंगलवार व्रत हनुमान जी को समर्पित है। साथ ही आज द्विपुष्कर योग भी बन रहा है। एकादशी तिथि 26 मार्च को प्रात:काल 03 बजकर 45 तक जारी रहेगी। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 25 मार्च 2025


  • तिथि - चैत्र कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि 
  • नक्षत्र - श्रवण
  • दिन/वार - मंगलवार
  • योग- शिव योग और सिद्ध योग
  • करण - बव और बालव


  • कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 25 मार्च प्रात:काल 05:05 बजे 
  • कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 26 मार्च प्रात:काल 03:45 बजे


सूर्य-चंद्र गोचर


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा का हमारे जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ये हमारी मानसिक स्थिति, भावनाओं और विचारों का प्रतीक है। 25 मार्च 2025 को चंद्रमा मकर राशि में ही रहेंगे। वहीं सूर्य देव मीन राशि में रहेंगे।


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त


  • सूर्योदय - सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर 
  • सूर्यास्त -  शाम 6 बजकर 35 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - 26 मार्च प्रात:काल 04 बजकर 14 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त - 26 मार्च दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 25 मार्च 2025


  • सर्वार्थ सिद्धि योग - आज सर्वार्थ सिद्धि योग नहीं बन रहा है।  
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात: 04:45 बजे से सुबह 05:32 बजे तक।
  • अमृत काल - शाम 5:41 बजे से शाम 7:15 बजे तक।  
  • अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:03 से दोपहर 12:52 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त  -  दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 06:34 बजे से शाम 06:57 बजे तक।
  • निशिता मुहूर्त  - 26 मार्च रात्रि 12 बजकर 03 मिनट से 26 मार्च रात्रि 12 बजकर 50 मिनट तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:35 बजे से शाम 07:45 बजे तक।
  • द्विपुष्कर योग - 26 मार्च प्रात:काल 03:49 बजे से सुबह 06:18 बजे तक। 


आज का अशुभ मुहूर्त 25 मार्च 2025


  • राहु काल - दोपहर 03:31 बजे से शाम 05:31 बजे तक।
  • गुलिक काल - दोपहर 12:27 बजे से दोपहर 01:59 बजे तक।
  • यमगंड  - सुबह 09:23 बजे से सुबह 10:55 बजे तक।
  • दिशाशूल - उत्तर दिशा, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • दुर्मुहूर्त - सुबह 08:46 बजे से सुबह 09:35 बजे तक।


25 मार्च 2025 पर्व/त्योहार/व्रत


आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो कि हनुमान जी को समर्पित है। इसके अलावा आज पापमोचिनी एकादशी भी है। बता दें कि एकादशी होलिका दहन और चैत्र नवरात्रि के मध्य में आती है उसे पापमोचिनी एकादशी के रूप में जाना जाता हैं। पापमोचिनी एकादशी का व्रत रखने से जातक के सभी पाप मिट जाते हैं।  इस दिन उपवास रखने के साथ ही लक्ष्मी-नारायण की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। साथ ही एकादशी की व्रत कथा भी जरूर सुनें। ऐसा करने से घर में सदैव धन-संपत्ति और सुख-समृद्धि का वास रहता है।


आज का उपाय 25 मार्च 2025


25 मार्च को शिव और सिद्ध योग बन रहा है। इन दोनों ही योगों को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज मंगलवार का दिन है और साथ ही पापमोचिनी एकादशी भी है। आप आज हनुमान जी और भगवान विष्णु की पूजा विधवत रूप से करें। साथ ही लाल वस्त्र, मसूर दाल, गुड़ लाल, अन्न दान और फलों का दान करना चाहिए। 


25 मार्च 2025 आज के पंचांग का महत्व


आज श्रवण नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। साथ ही चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। आज मंगलवार का दिन है साथ ही पापमोचिनी एकादशी भी है। इस दिन हनुमान जी और भगवान विष्णु की विधिवत रूप से पूजा करें।  


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नारद जयंती की कथा

हिंदू धर्म के महान ऋषि और भगवान विष्णु के परम भक्त, नारद मुनि की जयंती को 'नारद जयंती' के रूप में मनाया जाता है। यह दिन वैषाख मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को पड़ता है, जो इस साल 13 मई को है।

वृषभ संक्रांति 2025 तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, वृषभ संक्रांति एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जब सूर्य देव एक राशि से निकलकर अगली राशि में प्रवेश करते हैं। वृषभ संक्रांति उस दिन को कहा जाता है जब सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं।

एकदंत संकष्टी चतुर्थी तिथि

प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।

तेलुगु हनुमान जयंती

हनुमान जयंती का पर्व भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसे विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण भारत के अन्य क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया जाता है। हनुमान जी के जन्म की कई कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन तेलुगु समाज में इसे वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाने की परंपरा है।

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