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29 March 2025 Panchang (29 मार्च 2025 का पंचांग)

29 March 2025 Panchang (29 मार्च 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 29 मार्च 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 29 March 2025: आज 29 मार्च 2025 चैत्र माह का तेरहवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि अमावस्या है। वहीं आज शनिवार का दिन है और दर्श अमावस्या है। इस तिथि पर ब्रह्म और इन्द्र योग है। आज चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09 बजकर 20 मिनट से दोपहर 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं। शनिवार का व्रत शनि देव को समर्पित होता है। ध्यान रहे कि ये अवधि पंचक की चल रही है, इस दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। साथ ही आज आंशिक सूर्य ग्रहण भी रहेगा, लेकिन यह ग्रहण भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, अफगानिस्तान, फिजी, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य एशियाई देशों से दिखायी नहीं देगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 29 मार्च 2025


  • तिथि - चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या
  • नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद 
  • दिन/वार - शनिवार
  • योग - ब्रह्म और इंद्र योग
  • करण - नाग और किंस्तुघ्न 


कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि प्रारंभ - 28 मार्च शाम 07:55 बजे 

कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि समाप्त - 29 मार्च शाम 04:27 बजे


29 मार्च 2025 को बन रहे ये शुभ योग 


ज्योतिषियों की मानें तो शनिश्चरी अमावस्या के दिन ब्रह्म और इंद्र योग का शुभ संयोग बन रहा है। वहीं, दुर्लभ शिववास योग का भी संयोग है। इन योग में गंगा स्नान कर भगवान शिव और शनिदेव की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही जाने-अनजाने में किए गए पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होता है। 


सूर्य-चंद्र गोचर- आज के दिन सूर्य-चंद्र गोचर नहीं है। 


  • सूर्य - मीन राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र - मीन राशि में रहेंगे।


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त


  • सूर्योदय - सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर 
  • सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 37 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - चन्द्रोदय नहीं है।  
  • चन्द्रास्त - 30 मार्च शाम 06 बजकर 40 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 29 मार्च 2025


  • सर्वार्थ सिद्धि योग - आज सर्वार्थ सिद्धि योग नहीं बन रहा है।  
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात: 04:42 बजे से सुबह 05:28 बजे तक।
  • अमृत काल - दोपहर 03:11 बजे से शाम 04:36 बजे तक।  
  • अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:01 बजे से दोपहर 12:51 तक।
  • विजय मुहूर्त   -  दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 06:36 बजे से शाम 06:59 बजे तक।
  • निशिता मुहूर्त  - 30 मार्च रात्रि 12 बजकर 02 मिनट से 30 मार्च रात्रि 12 बजकर 49 मिनट तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:37 बजे से शाम 07:47 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 29 मार्च 2025


  • राहु काल - सुबह 09:20 बजे से सुबह 10:53 बजे तक।
  • गुलिक काल - सुबह 06:15 बजे से सुबह 07:45 बजे तक।
  • यमगंड - दोपहर 01:59 बजे से दोपहर 03:32 बजे तक।
  • दिशाशूल - पूर्व दिशा, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • दुर्मुहूर्त - सुबह 06:15 बजे से सुबह 07:04 बजे तक और सुबह 07:04 बजे से सुबह 07:54 बजे तक। 
  • पंचक - पूरा दिन  


29 मार्च 2025 पर्व/त्योहार/व्रत


आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो कि शनि देव को समर्पित है। पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि अमावस्या है, जिसे दर्श अमावस्या, शनिश्चरी अमावस्या और चैत्र अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करते हैं। 


आज का उपाय 29 मार्च 2025


29 मार्च को ब्रह्म और इंद्र योग बन रहा है। इन दोनों ही योगों को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज शनिवार का दिन है। ऐसे में आप आज शनि देव की पूजा विधवत रूप से करें। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं, काले तिल का दान करें और शनि चालीसा या शनि स्तोत्र का पाठ करें। साथ ही आज चैत्र अमावस्या भी है। मान्यता है कि चैत्र अमावस्या के दिन तिल और काले वस्त्र का दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और व्यक्ति के जीवन में चल रही परेशानियां दूर होती हैं। खासकर काले तिल का दान करने से राहु-केतु और शनि दोष का निवारण होता है। इसके अलावा इस दिन किसी गरीब, ब्राह्मण या जरूरतमंद को अन्न, भोजन या फिर राशन की सामग्री दान करने से घर में बरकत बनी रहती है। खासतौर पर चावल, गेहूं, दाल और गुड़ का दान बहुत शुभ माना जाता है।


29 मार्च 2025 आज के पंचांग का महत्व


आज उत्तर भाद्रपद नक्षत्र है। उत्तर भाद्रपद को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। शनिवार को ये अमावस्या होने से इसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। ऐसे में इस दिन शनि देव की पूजा विधिवत रूप से पूजा करें। इसे चैत्र अमावस्या भी रहा जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन लोग अपने पूर्वजों को जल, तिल, और अन्न अर्पित करते है।  चैत्र अमावस्या के दिन दान-पुण्य करने से विशेष लाभ मिलता है। इसलिए दिन लोग गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन, वस्त्र, और धन दान करते हैं। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का भी विशेष महत्व है।


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