Aaj Ka Panchang: आज 4 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 4 May 2025: आज 04 मई 2025 वैशाख माह का बाइसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि सप्तमी है। आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर गण्ड योग रहेगा। वहीं चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज रविवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल शाम 05 बजकर 18 मिनट से शाम 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज भानु सप्तमी है। साथ ही रवि पुष्य योग सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी है। इस दिन कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा, जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 04 मई 2025
- तिथि - वैशाख शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि
- नक्षत्र - पुष्य
- दिन/वार - रविवार
- योग - गण्ड
- करण- वणिज और विष्टि
वैशाख शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि प्रारंभ - 03 मई सुबह 07:51 बजे
वैशाख शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि समाप्त - 04 मई सुबह 07:18 बजे
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मेष राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 38 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 58 मिनट पर
- चन्द्रोदय - सुबह 11 बजकर 37 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 5 मई को रात्रि 01 बजकर 36 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्त और योग 04 मई 2025
- रवि पुष्य योग - प्रात:काल 05:38 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक।
- सर्वार्थ सिद्धि योग - प्रात:काल 05:38 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक।
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:13 बजे से सुबह 04:55 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
- अमृत काल- सुबह 06:24 बजे से सुबह 08:01 बजे तक।
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:31 बजे से दोपहर 03:25 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:57 बजे से शाम 07:18 बजे तक।
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:58 बजे से रात्रि 08:02 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 04 मई 2025
- राहु काल - शाम 05:18 बजे से शाम 06:58 बजे तक।
- गुलिक काल - दोपहर 03:38 बजे से शाम 05:18 बजे तक।
- यमगंड - दोपहर 12:18 बजे से दोपहर 01:58 बजे तक।
- दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- आडल योग - प्रात:काल 05:38 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक।
- भद्रा - सुबह 07:18 बजे से शाम 07:21 बजे तक।
04 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- रविवार - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है।
- भानु सप्तमी - भानु सप्तमी एक महत्वपूर्ण दिन है, जो सूर्य देव को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सप्तमी तिथि पर सूर्य देव अवतरित हुए थे, इसलिए इस तिथि पर सूर्य देव की पूजा और व्रत करने का विधान है। अगर रविवार के दिन सप्तमी तिथि पड़ती है, तो इसे रथ सप्तमी भी कहा जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से कारोबार में वृद्धि होती है, बिगड़े काम पूरे होते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं। भानु सप्तमी पर सच्ची निष्ठा और सही विधि से सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने से समस्त कष्टों का नाश होता है।
आज का उपाय 04 मई 2025
04 मई को गण्ड योग बन रहा है। गण्ड की पहली 6 घटी को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये प्रारम्भ की 6 घटी अच्छे मुहूर्त में वर्जित हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
- रविवार के उपाय - रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन सूर्य देव को जल चढ़ाने, तांबे के बर्तन में जल भरकर उसमें लाल फूल, अक्षत और रोली डालकर सूर्य देव को अर्घ्य देने से विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा रविवार के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने, सूर्य देव के मंत्र "ॐ सूर्याय नमः" या "ॐ घृणि सूर्याय नमः" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। रविवार के दिन गुड़ और तांबे के दान का भी विशेष महत्व है। इन उपायों को करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है।
- भानु सप्तमी के उपाय - भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। भानु सप्तमी रविवार के दिन पड़ रही है इसलिए इसका महत्व और अधिक हो जाता है, क्योंकि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। ऐसे में जो उपाय रविवार के दिन करते हैं, वहीं उपाय भानु सप्तमी के लिए भी मान्य है।
04 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज पुष्य नक्षत्र है। पुष्य को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज भानु सप्तमी है। साथ ही रवि पुष्य योग सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी है। इस दिन कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा, जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं।