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5 August 2025 Panchang (5 अगस्त 2025 का पंचांग)

5 August 2025 Panchang (5 अगस्त 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 05 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 05 August 2025: आज 05 अगस्त 2025 को श्रावण माह का 26वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी है। आज मंगलवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 11:23 ए एम तक वृश्चिक राशि में रहेंगे। इसके बाद धनु राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:00 पी एम बजे से 12:54 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 03:48 पी एम से 05:29 पी एम बजे तक रहेगा। आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज चतुर्थ मंगला गौरी व्रत है। इसके अलावा श्रावण पुत्रदा एकादशी और दामोदर द्वादशी भी है। साथ ही वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 05 अगस्त 2025

  • तिथि - एकादशी
  • नक्षत्र - ज्येष्ठा 
  • दिन/वार - मंगलवार 
  • योग - इन्द्र
  • करण - विष्टि और बव 

श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 11:41 ए एम, अगस्त 04

श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 01:12 पी एम, अगस्त 05

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा 11:23 ए एम तक वृश्चिक राशि में रहेंगे। इसके बाद धनु राशि में गोचर करेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - 05:45 ए एम
  • सूर्यास्त - 07:09 पी एम
  • चन्द्रोदय - 04:19 पी एम
  • चन्द्रास्त - 02:23 ए एम, अगस्त 06

आज का शुभ मुहूर्त और योग 05 अगस्त 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:20 ए एम से 05:02 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:54 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:41 पी एम से 03:35 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 07:09 पी एम से 07:30 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 07:09 पी एम से 08:13 पी एम
  • रवि योग - 05:45 ए एम से 11:23 ए एम

आज का अशुभ मुहूर्त 05 अगस्त 2025

  • राहु काल - 03:48 पी एम से 05:29 पी एम
  • गुलिक काल - 12:27 पी एम से 02:07 पी एम
  • यमगंड - 09:06 ए एम से 10:46 ए एम
  • विडाल योग - 05:45 ए एम से 11:23 ए एम
  • वर्ज्य - 07:55 पी एम से 09:38 पी एम
  • भद्रा - 05:45 ए एम से 01:12 पी एम
  • विंछुड़ो - 05:45 ए एम से 11:23 ए एम
  • गण्ड मूल - पूरे दिन
  • दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

05 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है। 
  • चौथा मंगला गौरी व्रत - हिन्दू कैलेंडर में श्रावण मास भगवान शिव और माता गौरी को समर्पित है, जिसे पवित्र माह माना जाता है। इस मास में श्रावण सोमवार और मंगला गौरी जैसे व्रत किए जाते हैं। मंगला गौरी का व्रत श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को विवाहित स्त्रियों द्वारा किया जाता है, जो सुखी वैवाहिक जीवन के लिए माता गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। श्रावण मास के दौरान भक्त व्रत करने का संकल्प लेते हैं और भगवान शिव और माता गौरी की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। उत्तर भारत में इसे सावन माह के रूप में भी जाना जाता है।
  • श्रावण पुत्रदा एकादशी - पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है, पौष और श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशियों पर। यह एकादशी पुत्र प्राप्ति और पुत्र के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। हिन्दू धर्म में पुत्र का महत्व इसलिए भी है क्योंकि वह माता-पिता की मृत्यु के बाद उनके लिए आवश्यक संस्कार और श्राद्ध करता है, जिससे उनकी आत्मा को मुक्ति और तृप्ति मिलती है। पौष माह की पुत्रदा एकादशी उत्तर भारत में अधिक महत्वपूर्ण है, जबकि श्रावण माह की पुत्रदा एकादशी अन्य प्रदेशों में अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है।

05 अगस्त 2025/आज के उपाय 

  • मंगलवार के उपाय - मंगलवार के दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह की पूजा करने से जीवन में साहस, ऊर्जा और सफलता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान हनुमान को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। मंगलवार के उपायों में हनुमान चालीसा का पाठ करना, मंगल मंत्रों का जाप करना और भगवान हनुमान की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से मंगल ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। मंगलवार के दिन विशेष रूप से लाल वस्त्र, मसूर की दाल और गुड़ का दान करना लाभदायक होता है।
  • श्रावण पुत्रदा एकादशी के उपाय - श्रावण पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पुत्र प्राप्ति और पुत्र के कल्याण की कामना पूरी होती है। इस दिन भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, पीले फूल और तुलसी पत्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। श्रावण पुत्रदा एकादशी के उपायों में विष्णु मंत्रों का जाप करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और भगवान विष्णु की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और पुत्र संबंधित समस्याओं का समाधान होता है। इस दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र, चने की दाल और फल का दान करना लाभदायक होता है।

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