Aaj Ka Panchang: आज 9 अप्रैल 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 09 April 2025: आज 09 अप्रैल 2025 चैत्र माह का चौबीसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर गण्ड योग रहेगा। वहीं चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित होता है। साथ ही आज वामन द्वादशी है, जो भगवान श्रीहरि के प्रथम अवतार वामन देव को समर्पित है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 09 अप्रैल 2025
- तिथि- चैत्र शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि
- नक्षत्र - मघा
- दिन/वार - बुधवार
- योग- गण्ड योग
- करण- बव और बालव
शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ- 08 अप्रैल रात्रि 09:12 बजे
शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त- 09 अप्रैल रात्रि 10:55 बजे
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मीन राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - सुबह 6 बजकर 02 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 44 मिनट पर
- चन्द्रोदय - 9 अप्रैल दोपहर 03 बजकर 40 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 10 अप्रैल प्रात:काल 04 बजकर 34 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्त और योग 09 अप्रैल 2025
- सर्वार्थ सिद्धि योग - नहीं है।
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:32 बजे से सुबह 05:17 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त - नहीं है।
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:42 बजे से शाम 07:05 बजे तक।
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:44 बजे से शाम 07:51 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 09 अप्रैल 2025
- राहु काल - दोपहर 12:23 बजे से दोपहर 01:58 बजे तक।
- गुलिक काल - सुबह 10:48 बजे से दोपहर 12:23 बजे तक।
- यमगंड - सुबह 07:37 बजे से सुबह 09:12 बजे तक।
- दिशाशूल - उत्तर दिशा, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- दुर्मुहूर्त - सुबह 11:57 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक।
- गण्ड मूल - सुबह 06:02 बजे से सुबह 09:57 बजे तक।
09 अप्रैल 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- बुधवार- आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
- वामन द्वादशी- वामन द्वादशी एक अत्यंत शुभ दिन माना जाता है, जो हर साल दो बार- चैत्र और भाद्रपद मास की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान वामन यानी श्री हरि के प्रथम अवतार की पूजा की जाती है। उन्होंने देवताओं और राक्षसों के बीच शक्ति संतुलन बनाए रखने के लिए बौने रूप में अवतार लिया था। वामन द्वादशी पर वामन देव की पूजा होती है। यह एक ऐसा दिन है जो बुराई पर अच्छाई और अहंकार पर भक्ति की जीत का प्रतीक है। माना जाता है कि इस दिन भगवान वामन की पूजा करने से भक्त मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही पिछले जन्म के पापों और कष्टों से छुटकारा पा सकते हैं। इस दिन सच्ची आस्था से वामन देव की पूजा करने से सांसारिक सुखों और खुशियों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
आज का उपाय 09 अप्रैल 2025
09 अप्रैल को गण्ड योग बन रहा है। गण्ड की पहली 6 घटी को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये प्रारम्भ की 6 घटी अच्छे मुहूर्त में वर्जित हैं।इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
बुधवार के उपाय- बुधवार के दिन भगवान गणेश और भगवान बुध को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर गणेश मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें हरी मूंग और दूर्वा चढ़ाएं। इसके अलावा, आप गणेश मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। बुधवार के दिन गणेश और बुध की पूजा करने से बुद्धि और विद्या में वृद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
वामन द्वादशी के उपाय- वामन द्वादशी पर अनुष्ठान की शुरुआत दही चावल का भोजन कराकर करना चाहिए। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हैं। भगवान विष्णु के नाम की 108 बार जाप करने के बाद प्रभु के चित्र पर फूल चढ़ाकर अगरबत्ती जलाकर विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। भगवान विष्णु की पूजा में पंचोपचार का विशेष महत्व है। भगवान वामन को तुलसी का पत्ता अर्पित करें। कांसे के बर्तन में घी का दीपक जलाकर भगवान वामन की कृपा प्राप्त करें, इससे गृह क्लेश दूर होते हैं।
09 अप्रैल 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज मघा नक्षत्र है। मघा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये बुरा माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में वर्जित है। साथ ही चैत्र माह के शुक्ल पक्ष कि द्वादशी तिथि है। साथ ही आज वार कि हिसाब से भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं। आज वामन द्वादशी भी है, ऐसे में भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें।
हर देश में तू, हर भेष में तू,
तेरे नाम अनेक तू एक ही है,
हर घडी भोले दिल में,
रहा कीजिये,
हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
हर ग्यारस खाटू में,
अमृत जो बरसता है,