भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के उपाय

देव उठनी एकादशी पर जरूर करें ये उपाय, भगवान विष्णु को होती है अत्याधिक प्रसन्नता, बन जाते हैं बिगड़े काम


“बोर भाजी आंवला, उठो देव सांवला।” ये कहावत तो हर किसी ने अपने घर में सुनी होगी। दरअसल, ये वही कहावत है जिसके  द्वारा हर किसी के घर में देव उठनी ग्यारस के दिन भगवान का आह्वान होता है। इस दिन भगवान विष्णु अपनी योग निद्रा से जागते हैं। उनको उठाने के लिए सनातन धर्म में अलग-अलग विधि से उनकी पूजा-अर्चना होती है। हर घर में इस दिन भगवान विष्णु के लिए अलग-अलग व्यंजन पकाए जाते हैं। साथ ही बोर, चना, आंवला भी भगवान को अर्पित करने के लिए लाया जाता है। इसके अलावा भी कई चीजें हैं जो भगवान को चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो आइए जानते हैं कि देव उठनी  एकादशी पर भगवान को कैसे प्रसन्न करें।


इन चीजों का लगाएं भोग 



देव उठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को बेर, चना, भाजी, आंवला, मौसमी फल, पीले फूल, मुली आदि अर्पित करना चाहिए। माना जाता है कि 4 महीने के चौमासे के बाद इस दिन से इन सभी चीजों की शुरुआत होती है। 


देव उठनी एकादशी में क्या करें? 



देव उठनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। फिर स्नान कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। एकादशी के दिन भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें और उसके बाद पीले रंग के वस्त्र पहनें। ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
इसके बाद केसर और दूध के साथ भगवान विष्णु का अभिषेक करें और उनकी आरती उतारें। देव उठनी एकादशी वाले दिन सफेद मिठाई से ही भगवान विष्णु को भोग लगाएं। देव उठनी एकादशी पर निर्जला व्रत रखने से ज्यादा लाभ मिलता है।


जरूर करें तुलसी पूजन 


कार्तिक माह में तुलसी की पूजा करने का भी खास महत्व होता है। देव उठनी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में गन्ने का रस मिलाकर चढ़ाएं। इसके बाद देसी घी का दीपक जलाकर तुलसी माता की आरती करें। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को कभी धन की कमी नहीं होती और जीवन से सभी कष्ट भी दूर होते हैं। 


देव उठनी के दिन क्या नहीं करना चाहिए


देव उठनी एकादशी के दिन किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन दूसरों का अपमान या उपहास करने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। देव उठनी एकादशी के दिन किसी से भी लड़ाई या झगड़ा करने से बचना चाहिए। इस दिन घर में भी किसी प्रकार का विवाद नहीं करना चाहिए। मान्यता अनुसार, इस दिन लड़ाई-झगड़ा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से भी परहेज करना चाहिए। कई लोग एकादशी के दिन भगवान को अर्पित करने के लिए तुलसी के पत्ते तोड़ते हैं, जो कि उचित नहीं है। एकादशी के दिन लहसुन, प्याज और मांसाहारी भोजन करने से भी परहेज करना चाहिए।

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