Logo

गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त मई 2025

गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त मई 2025

May 2025 Griha Pravesh Muhurat: मई 2025 में कर रहे हैं गृह प्रवेश का प्लान? यहां जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


सनातन धर्म में शुभ कार्यों की शुरुआत करने से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का महत्व बहुत अधिक है। यह मान्यता है कि शुभ तिथि और मुहूर्त में किया गया कार्य अवश्य सफल होता है। इसलिए अधिकतर लोग गृह प्रवेश से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का ख्याल जरूर रखते हैं। गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त और नक्षत्र का चयन करने से आपके नए घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो सकता है। तो अगर आप भी नए साल में गृह प्रवेश करना चाहते हैं, तो इस लेख में हम आपको मई 2025 में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त के बारे में बताएंगे, साथ ही इसका महत्व भी जानेंगे।

मई 2025 गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, मई 2025 में 1,7,8,9,10,14,17,22,23 और 28। ये तारीखें गृह प्रवेश के लिए विशेष तिथि मानी गई हैं। इसके अलावा घर में प्रवेश के लिए शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है-  

1. 1 मई 2025, गुरुवार
- समय: सुबह 11:23 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक
- नक्षत्र: मृगशीर्ष
2. 7 मई 2025, बुधवार
- समय: शाम 06:17 बजे से 8 मई 2025, सुबह 05:35 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी
3. 8 मई 2025, गुरुवार
- समय: सुबह 05:35 बजे से दोपहर 12:29 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी
4. 9 मई 2025, शुक्रवार
- समय: रात 12:09 बजे से 10 मई 2025, सुबह 05:33 बजे तक
- नक्षत्र: चित्रा
5. 10 मई 2025, शनिवार
- समय: सुबह 05:33 बजे से शाम 05:29 बजे तक
- नक्षत्र: चित्रा
6. 14 मई 2025, बुधवार
- समय: सुबह 05:31 बजे से सुबह 11:47 बजे तक
- नक्षत्र: अनुराधा
7. 17 मई 2025, शनिवार
- समय: शाम 05:44 बजे से 18 मई 2025, सुबह 05:29 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तरा आषाढ़
8. 22 मई 2025, गुरुवार
- समय: शाम 05:47 बजे से 23 मई 2025, सुबह 05:26 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तरा भाद्रपद
9. 23 मई 2025, शुक्रवार
- समय: सुबह 05:26 बजे से रात 10:29 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तरा भाद्रपद, रेवती
10. 28 मई 2025, बुधवार
- समय: सुबह 05:25 बजे से 29 मई 2025, रात 12:29 बजे तक
- नक्षत्र: मृगशीर्ष

गृह प्रवेश का धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म में गृह प्रवेश को एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है। इस अनुष्ठान को करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। अप्रैल 2025 में एकमात्र गृह प्रवेश मुहूर्त होने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त का महत्व

गृह प्रवेश एक शुभ अवसर है जो हमारे जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। यह एक ऐसा समय होता है जब हम अपने नए घर में प्रवेश करते हैं और एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं। वास्तु शास्त्रों के अनुसार, कोई भी नया या शुभ कार्य हमेशा एक विशेष शुभ समय में ही करना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि ग्रह परिवर्तन, नक्षत्र और अन्य कारकों के प्रभाव के कारण कार्य बिना किसी बाधा के पूरा हो जाएगा। गृह प्रवेश पूजा परिवार के सदस्यों के लिए बहुत महत्व रखती है। ऐसा माना जाता है कि इस पूजा को करने से नए घर और पूरे परिवार में लंबे समय तक खुशी, सद्भाव और समृद्धि आती है। इसके अतिरिक्त, यह अनुष्ठान सभी नकारात्मक और प्रतिकूल ऊर्जाओं को दूर करते हुए नए निवास में दिव्य और आध्यात्मिक आशीर्वाद को आमंत्रित करता है। वैदिक ज्योतिषी इस पूजा के लिए शुभ तिथियां और समय निर्धारित करने के लिए ज्योतिषीय चार्ट का उपयोग करते हैं। शुभ क्षण की गणना करते समय विभिन्न कारकों पर विचार किया जाता है, जिसमें नक्षत्र सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।

........................................................................................................
रानीसती चालीसा ( Ranisati Chalisa )

श्री गुरु पद पंकज नमन, दुषित भाव सुधार I

खाटुश्याम चालीसा (Khatushyam Chalisa )

श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद ।

प्रेतराज चालीसा (Pretraj Chalisa)

॥ गणपति की कर वंदना, गुरू चरनन चितलाये।

रविदास चालीसा (Ravidas Chalisa)

बन्दौ वीणा पाणि को , देहु आय मोहिं ज्ञान।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang