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विवाह मुहूर्त अप्रैल 2025

विवाह मुहूर्त अप्रैल 2025

April 2025 Vivah Muhurat: अप्रैल 2025 में है शादी करने की योजना? यहां जानें विवाह के शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


अप्रैल 2025 में विवाह के लिए 9 शुभ मुहूर्त हैं। इसलिए यदि आप अपने विवाह की योजना बना रहे हैं, तो अप्रैल का महीना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अप्रैल का महीना वसंत ऋतु का प्रतीक है, जब प्रकृति अपने पूरे शबाब पर होती है। यह वह समय होता है जब नई शुरुआतें होती हैं और जीवन में नए रंग भरे जाते हैं। अगर आप भी अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं, तो अप्रैल 2025 आपके लिए एक शुभ महीना हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार, अप्रैल में कई शुभ मुहूर्त आते हैं जो विवाह के लिए अत्यंत अनुकूल होते हैं। पंचांग के अनुसार, अप्रैल 2025 में शादी के 9 शुभ मुहूर्त हैं। ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं कि अप्रैल 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त कौन-कौन से हैं? साथ ही जानेंगे अप्रैल में शादी करने के धार्मिक और ज्योतिष महत्व के बारे में।

अप्रैल 2025 में शादी के लिए शुभ मुहूर्त


अगर आप अप्रैल 2025 में शादी करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ शुभ मुहूर्त हैं जो आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं:

14 अप्रैल 2025, सोमवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: रात 10:39 बजे से 15 अप्रैल 2025, रात 12:13 बजे तक
  • नक्षत्र: स्वाती


16 अप्रैल 2025, बुधवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: रात 12:19 बजे से 17 अप्रैल 2025, सुबह 05:54 बजे तक
  • नक्षत्र: अनुराधा

18 अप्रैल 2025, शुक्रवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: रात 01:04 बजे से 19 अप्रैल 2025, सुबह 05:52 बजे तक
  • नक्षत्र: मूल

19 अप्रैल 2025, शनिवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: सुबह 05:52 बजे से सुबह 10:21 बजे तक
  • नक्षत्र: मूल

20 अप्रैल 2025, रविवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: सुबह 11:48 बजे से 21 अप्रैल 2025, सुबह 05:50 बजे तक
  • नक्षत्र: उत्तराषाढा

21 अप्रैल 2025, सोमवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: सुबह 05:50 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक
  • नक्षत्र: उत्तराषाढा

25 अप्रैल 2025, शुक्रवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: सुबह 08:53 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक
  • नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद

29 अप्रैल 2025, मंगलवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: शाम 06:47 बजे से 30 अप्रैल 2025, सुबह 05:41 बजे तक
  • नक्षत्र: रोहिणी

30 अप्रैल 2025, बुधवार

  • शुभ विवाह मुहूर्त: सुबह 05:41 बजे से दोपहर 12:02 बजे तक
  • नक्षत्र: रोहिणी

अप्रैल माह में शादी करने का धार्मिक और ज्योतिष महत्व


अप्रैल का महीना अपने चंचल स्वभाव के लिए जाना जाता है, मनमौजी हवा की तरह। कभी-कभार होने वाली बारिश के साथ, यह वह समय होता है जब बारिश और गर्म हवाएं आने के संकेत मिलते हैं।

अप्रैल में शादी करने के धार्मिक महत्व


अप्रैल में शादी करने के पीछे कई धार्मिक महत्व हैं। इस महीने में अक्षय तृतीया जैसे महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं, जिन्हें शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी, अप्रैल में विवाह करने से जीवन में सुख, समृद्धि और संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, अप्रैल में विवाह करने से दंपत्ति के बीच संबंध मजबूत होते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

अप्रैल में शादी करने के ज्योतिष महत्व


अप्रैल में शादी करने के पीछे कई ज्योतिष महत्व भी हैं। ज्योतिष के अनुसार, अप्रैल में कई शुभ मुहूर्त आते हैं जो विवाह के लिए अत्यंत अनुकूल होते हैं। इन मुहूर्तों में विवाह करने से दंपत्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, अप्रैल में विवाह करने से दंपत्ति के बीच संबंध मजबूत होते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त चुनना क्यों जरूरी?


  • सुखी वैवाहिक जीवन: शुभ मुहूर्त में विवाह करने से पति-पत्नी के बीच सुख, समृद्धि और समझदारी की भावना बढ़ती है।
  • सफलता और समृद्धि: शुभ मुहूर्त में विवाह करने से जीवन में सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
  • वैवाहिक संबंधों में मजबूती: शुभ मुहूर्त में विवाह करने से वैवाहिक संबंधों में मजबूती और स्थिरता आती है।
  • ज्योतिषीय महत्व: हिंदू ज्योतिष के अनुसार, शुभ मुहूर्त में विवाह करने से ग्रहों की शुभ स्थिति का लाभ मिलता है, जो वैवाहिक जीवन को सुखी और समृद्ध बनाता है।
  • पारंपरिक महत्व: शुभ मुहूर्त में विवाह करना एक पारंपरिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है, जो परिवार और समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा को बढ़ाता है।

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रथ सप्तमी उपाय 2025

रथ-सप्तमी का पर्व हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल रथ-सप्तमी का पर्व 4 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित है।

रथ सप्तमी सर्वार्थसिद्धि योग

हिंदू धर्म में, रथ सप्तमी का पर्व हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को श्रद्धा पूर्वक मनाया जाता है। इस साल रथ सप्तमी का पर्व 4 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा।

क्यों मनाते हैं रथ सप्तमी

रथ सप्तमी सनातन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह त्योहार 4 फरवरी को मनाई जाएगी।

भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा विधि

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।

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