चलो चलिए माँ के धाम, मैया ने बुलाया है (Chalo Chaliye Maa Ke Dham Bulawa Aaya Hai)

चलो चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है,

आया खुशियों का पैगाम,

मैया ने बुलाया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥


ऊँचे पर्वत पर,

मैया जी बैठी है,

नीचे भक्तों की टोली,

गुण गाती है,

चलो बोलते माँ का नाम,

बुलावा आया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥


पग पग पर माँ,

सबको सहारा देती है,

अपने भक्तों की माँ,

झोली भरती है,

चलो छोड़ जगत के काम,

बुलावा आया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥


जब जब माता बुलाये,

हमको जाना है,

शेरावाली माँ को,

शीश झुकाना है,

बड़ा प्यारा माँ का धाम,

मेरे मन भाया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥


किस्मत वाले हैं जिनको,

माँ बुलाती है,

विपदा उनको फिर,

कोई सताती है,

चलो करने माँ को प्रणाम,

बुलावा आया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥


चलो चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है,

आया खुशियों का पैगाम,

मैया ने बुलाया है,

बुलावा आया है,

संदेसा आया है,

आई चिट्ठी सबके नाम,

मैया ने बुलाया है,

चलों चलिए माँ के धाम,

मैया ने बुलाया है ॥

........................................................................................................
कावड़ियां ले चल गंग की धार (Kawadiya Le Chal Gang Ki Dhar)

कावड़िया ले चल गंग की धार ॥

मेरी आखिओं के सामने ही रहना(Meri Akhion Ke Samne Hi Rehina Oh Shero Wali Jagdambe)

मेरी आखिओं के सामने ही रहना,
माँ शेरों वाली जगदम्बे ।

बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं

बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।
बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।
बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।

बिनती सुनिए नाथ हमारी - भजन (Bhajan: Binati Suniye Nath Hamari)

गोपाल गोकुल वल्लभी,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभम,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।