लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ
ओ, माँ, ओ, माँ
लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ
ओ, माँ, ओ, माँ
धूल तेरे चरणों की लेकर माथे तिलक लगाया।
हो, धूल तेरे चरणों की लेकर माथे तिलक लगाया।
यही कामना लेकर, मैय्या, द्वार तेरे मैं आया।
रहूँ मैं तेरा हो के, तेरी सेवा में खो के।
सारा जीवन गुज़ारूँ, भोली माँ।
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ
ओ, माँ, ओ, माँ
सफल हुआ ये जनम कि मैं था जन्मों से कंगाल।
हो, सफल हुआ ये जनम कि मैं था जन्मों से कंगाल।
तूने भक्ति का धन दे के कर दिया मालामाल।
रहें जब तक ये प्राण, करूँ तेरा ही ध्यान।
नाम तेरा पुकारूँ, भोली माँ।
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ
ओ, माँ, ओ, माँ
लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली।
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ।
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ, माँ, ओ, माँ
ओ, माँ, ओ, माँ
होली का हर पल जीवन के लिए एक संदेश लेकर आता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। इस साल होली 14 मार्च को मनाई जा रही है। 14 मार्च को शुक्रवार है। शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है।
भारत देश त्योहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का अपना महत्व और पूजा विधि है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है छठ पूजा है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है।
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा अर्चना की जाती है।
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व है।