माँगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
जिस पर तुम्हारा हाथ था,
वो पार हो गया,
जो भी शरण में आ गया,
उद्धार हो गया,
जिसने भरोसा कर लिया,
डूबा कभी नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
कोई समझ सका नहीं,
माया बड़ी अजीब,
चरणों में जो भी आ गया,
वो तो है खुशनसीब,
इसके तो मर्ज़ी के बिना,
पत्ता हीले नही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
ऐसे दयालु बाबा से,
रिश्ता बनाइये,
मिलता रहेगा आपको,
जो कुछ भी चाहिए,
ऐसा करिश्मा होगा जो,
पहले हुआ नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
कहते है लोग जिंदगी,
किस्मत की बात है,
किस्मत बनाना भी मगर,
बाबा के हाथ है,
‘बनवारी’ करले तू यकीं,
ज्यादा समय नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
माँगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी,
मांगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही ॥
साल 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च, रविवार से शुरू हो रही है। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र मास हिंदू नववर्ष का पहला महीना होता है। चैत्र नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और नौ दुर्गाओं का आशीर्वाद बना रहता है।
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से शुरू होकर 7 अप्रैल 2025 सोमवार को समाप्त होगी। इस पावन अवसर पर आप देश के विभिन्न प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। ये विशेष पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर नौ दिनों तक चलता है। इस बार 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक चलेगी। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
चैत्र नवरात्रि शक्ति और विश्वास के साथ पूजा करने का सर्वोत्तम समय माना जाता है, लेकिन इस साल चैत्र नवरात्रि केवल पूजा-पाठ के लिए ही नहीं, बल्कि कुछ राशियों के लिए एक नई शुरुआत का मौका भी है।