सप्ताह के हर दिन किसी न किसी ग्रह की पूजा होती है। मंगलवार का दिन मंगल ग्रह को समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह को शक्ति और ऊर्जा का कारक माना जाता है। इस दिन की पूजा विधि और नियमों का पालन करने से मंगल ग्रह प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मंगलवार को हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है। हनुमान जी को मंगल ग्रह का अवतार माना जाता है।
मंगल ग्रह का रंग लाल होता है। इसलिए मंगलवार को लाल रंग के फूल, कपड़े और वस्तुओं का उपयोग करना शुभ माना जाता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगल दोष दूर होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मंगलवार को जरूरतमंदों को दान करने से मंगल ग्रह प्रसन्न होते हैं। अब ऐसे में मंगलवार के दिन बाल कटवाना क्यों शुभ नहीं माना जाता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
धार्मिक दृष्टिकोण से, मंगलवार और गुरुवार को बाल काटना शुभ नहीं माना जाता है। मंगलवार का दिन मंगल ग्रह से संबंधित है जो कि क्रोध और उग्रता का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन बाल काटने से नकारात्मकता बढ़ती है और व्यक्ति की उम्र भी प्रभावित होती है।
इसके अलावा, व्यक्ति गुस्से में आ सकता है और खुद को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए मंगलवार को बाल बिल्कुल न कटवाएं। आपको बता दें, सामुद्रिक शास्त्र में बाल कटवाने के समय और दिशा को भी विशेष महत्व दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि बाल कटवाने का सही समय और दिशा व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
इसके अलावा मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को बाल कटवाना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा करने से आयु, धन और स्वास्थ्य का नुकसान हो सकता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, बाल हमारे शरीर की ऊर्जा को प्रभावित करती है। इसलिए, बाल कटवाने का समय और दिशा हमारे शरीर की ऊर्जा को प्रभावित कर सकती है। सही समय और दिशा में बाल कटवाने से हम सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं और नकारात्मक ऊर्जा से बच सकते हैं। इसलिए बाल हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके कटवाने चाहिए। ऐसा करने से आयु में वृद्धि होती है।
प्रयागराज को तीर्थों का राजा कहा जाता है। इस शहर में हिंदुओं के कई धार्मिक स्थान मौजूद हैं। इन्हीं में से एक है प्रयागराज का विश्व प्रसिद्द त्रिवेणी संगम। महाकुंभ में इस संगम पर स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु आते हैं।
आपने अक्सर सुना होगा कि ग्रहण के दौरान खाना अशुभ होता है और लोग तुलसी के पत्ते का उपयोग क्यों करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण एक अशुभ घटना मानी जाती है। इस दौरान भोजन करने से व्यक्ति के किए गए सभी पुण्य नष्ट हो जाते हैं।
हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को एक अत्यंत पवित्र और शुभ समय माना जाता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्म मुहूर्त में उठने को अत्यंत लाभकारी बताया है। धार्मिक ग्रंथों और वेदों में भी इस समय का विशेष महत्व बताया गया है।
हिंदू धर्म में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। 2025 की शुरुआत में सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में जाने से कई राशि प्रभावित होंगे। सूर्य का मकर गोचर 14 जनवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा।