ललिता जयंती का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ललिता माता आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी, जगत जननी मानी जाती हैं। मान्यता है कि देवी के दर्शन मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। माघ पूर्णिमा के दिन मां ललिता की आराधना करना अत्यंत शुभकारी माना जाता है। माता ललिता को राजेश्वरी, षोडशी, त्रिपुरा सुंदरी आदि नामों से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, माता ललिता दस महाविद्याओं में तीसरी महाविद्या मानी जाती हैं। आइए जानते हैं कि मां ललिता की पूजा विधि क्या है।
शारदीय नवरात्रि के पंचम दिन स्कंद माता के साथ मां सती स्वरूपा ललिता देवी की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियां दूर होती हैं, रोग एवं कष्ट समाप्त होते हैं और भक्त को संतान सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही, जीवन के समस्त सुख भोगकर अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है।
साल 2025, मेष राशि वालों के लिए असीमित संभावनाओं वाली होगी। इस साल मेष राशि के जातकों को मेहनत और संघर्ष से कई सफलताएं मिलने की संभावना है। जनवरी से मार्च तक पेशेवर जीवन में कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं।
मिथुन राशि के जातकों के लिए साल 2025 करियर और व्यवसाय के क्षेत्र में नए बदलाव और अवसर लेकर आएगा। यह साल आपकी मेहनत, लगन और कौशल को पहचान दिलाने वाला भी साबित हो सकता है।
2025 के शुरुआती महीनों में बृहस्पति का गोचर कर्क राशि के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान, आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी। आय के कई नए स्त्रोत बनेंगे जिसके चलते आपकी इनकम बढ़ेगी।
साल 2025 की शुरुआत में, सिंह राशि के जातकों को अपने संतान पक्ष से अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही कार्य क्षेत्र में भी उन्नति के योग बन रहे हैं।