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दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा को क्या भोग लगाएं

दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा को क्या भोग लगाएं

Masik Durgashtami December 2024 Bhog: दुर्गाष्टमी में मां दुर्गा को लगाएं भोग और पाएं सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद


हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत अत्यंत शुभ माना गया है। यह पर्व हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत के साथ उन्हें विशेष भोग अर्पित करने का विधान है। इस दिन मां दुर्गा को श्रद्धा और भक्ति से भोग लगाने से सुख, समृद्धि, और शांति की प्राप्ति होती है। आगामी मासिक दुर्गाष्टमी मार्गशीर्ष माह में 8 दिसंबर 2024 को है। इस दिन मां दुर्गा को कौन से भोग अर्पित किए जाएं, जिससे जीवन में सुख-सौभाग्य में वृद्धि हो इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं।


मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व


सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी को देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का पावन अवसर माना गया है। यह दिन मां दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने और उनके आशीर्वाद से जीवन की समस्याओं का समाधान पाने का विशेष अवसर है। मान्यता है कि इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा करते हैं और उन्हें भोग अर्पित करते हैं, उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इस दिन विशेष रूप से पूजा-विधि में भोग का महत्व बताया गया है। घी का हलवा, सफेद मिठाई और केले का भोग मां दुर्गा को अर्पित कर उनके आशीर्वाद का लाभ उठाएं। इस शुभ दिन पर की गई पूजा और अर्पण से ना केवल मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। ये भोग ना केवल देवी के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह भक्त की मनोकामनाओं की पूर्ति का माध्यम भी बनता है। मां दुर्गा को अर्पित भोग जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मंगलकारी फल लाता है।


मां दुर्गा को अर्पित करें ये विशेष भोग


  1. घी का हलवा: मां दुर्गा को शक्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन उन्हें घी का हलवा अर्पित करना शुभ माना गया है। घी का हलवा मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय है। इसे समृद्धि और सुख का प्रतीक माना जाता है। हलवे का भोग लगाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। यह भोग घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का संचार करता है।
  2. सफेद रंग की मिठाई: सफेद रंग मां दुर्गा की शांति और पवित्रता का प्रतीक है। दुर्गाष्टमी के दिन सफेद रंग की मिठाई जैसे रसगुल्ला या खीर अर्पित करना शुभ माना जाता है। सफेद मिठाई का भोग लगाने से जीवन में सकारात्मकता और शांति का संचार होता है। यह भोग मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। अगर किसी की कोई विशेष मनोकामना है, तो इसे अर्पित करने से वह भी पूरी होती है।
  3. केला: मां दुर्गा को फल अर्पित करना भी शुभ माना जाता है, और केले का भोग विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। केला आरोग्य और समृद्धि का प्रतीक है। इस भोग से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ होता है। साथ ही, यदि किसी को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो तो केले का भोग लगाकर देवी से प्रार्थना करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।


भोग अर्पण की विधि


  1. पूजा की तैयारी: सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को साफ कर मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र को लाल या सफेद वस्त्र पर स्थापित करें।
  2. भोग अर्पण: पूजा के बाद देवी को घी का हलवा, सफेद मिठाई और केले का भोग अर्पित करें।
  3. आरती और मंत्र: दुर्गा सप्तशती के मंत्रों का जाप करें और मां दुर्गा की आरती उतारें।
  4. प्रसाद वितरण: पूजा के बाद अर्पित भोग को प्रसाद के रूप में बांटें।

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