17 November 2025 Ka Panchang: : आज 17 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
17 November 2025 Ka Panchang: आज 17 नवंबर 2025 से मार्गशीर्ष मास का 13वां दिन है। आज सोमवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव राशि वृश्चिक राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा राशि परिवर्तन करेंगे। आपको बता दें, आज के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:45 ए एम से 12:27 पी एम तक है। इस दिन राहुकाल 08:05 ए एम से 09:26 ए एम तक रहेगा। आज से मंडला पूजा प्रारंभ होगी और सोम प्रदोष व्रत भी है। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
17 नवंबर को क्या है? (17 Novembe Ko Kya Hai?)
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो कि पूर्णरात्रि तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी।
17 नवंबर 2025 का पंचांग (17 November 2025 Ka Panchang)
- तिथि- पूर्ण रात्रि तक मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र- चित्रा (05:01 ए एम, नवम्बर 18 तक) स्वाती
- दिन/वार- सोमवार
- योग- प्रीति ( 07:23 ए एम तक) आयुष्मान्
- करण- गर(05:58 पी एम तक) वणिज (पूर्ण रात्रि तक)
- मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - 04:47 ए एम, नवम्बर 17
- मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि समाप्त - 07:12 ए एम, नवम्बर 18
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव वृश्चिक राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 03:35 पी एम तक कन्या राशि में रहेंगे। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama Ka Muhurat)
- सूर्योदय- 06:45 ए एम
- सूर्यास्त- 05:27 पी एम
- चन्द्रोदय- 04:56 ए एम, नवम्बर 18
- चन्द्रास्त- 03:32 पी एम
17 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त और योग (17 November 2025 Ka Shubh Muhurat aur Yog)
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:59 ए एम से 05:52 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:45 ए एम से 12:27 पी एम
- विजय मुहूर्त - 01:53 पी एम से 02:36 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 05:27 पी एम से 05:53 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 05:27 पी एम से 06:47 पी एम
- अमृत काल - 09:52 पी एम से 11:39 पी एम
- निशिता मुहूर्त - 11:40 पी एम से 12:33 ए एम, नवम्बर 18
17 नवंबर 2025 का अशुभ मुहूर्त (17 November 2025 Ka Ashubh Muhurat)
- राहु काल - 08:05 ए एम से 09:26 ए एम
- गुलिक काल - 01:26 पी एम से 02:46 पी एम
- यमगंड - 10:46 ए एम से 12:06 पी एम
- वर्ज्य - 11:08 ए एम से 12:55 पी एम
- विडाल योग - 06:45 ए एम से 05:01 ए एम, नवम्बर 18
- आडल योग - 05:01 ए एम, नवम्बर 18 से 06:46 ए एम, नवम्बर 18
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
17 नवंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (17 November 2025 Parv / Tyohar / Vrat)
- सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- मण्डलाकाल पूजा प्रारम्भ - मण्डला पूजा सबरीमाला अय्यप्पा मन्दिर में एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो धनु मासम के 11वें या 12वें दिन मनाया जाता है। यह भगवान अय्यप्पा के भक्तों द्वारा की जाने वाली 41 दिवसीय तपस्या का अंतिम दिन है, जो वृश्चिकम मासम के पहले दिन से शुरू होता है। मण्डला पूजा और मकर विलक्कु सबरीमाला के सबसे लोकप्रिय उत्सव हैं, जिनके दौरान मंदिर भक्तों के लिए अधिकांश दिनों तक खुला रहता है।
- सोम प्रदोष व्रत - प्रदोष व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है, जिसमें एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष होता है। यह व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, खासकर जब त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल साथ-साथ होते हैं। सोम प्रदोष व्रत, जो सोमवार को पड़ता है, भगवान शिव के प्रिय व्रतों में से एक है। यह व्रत मानसिक शान्ति, वैवाहिक सुख और पारिवारिक समृद्धि के लिए श्रेष्ठ होता है। साथ ही चन्द्रदेव से सम्बन्धित अशुभ योगों के निवारण और दाम्पत्य जीवन में प्रेम और मधुरता की वृद्धि के लिए भी उपयुक्त माना जाता है।
17 नवंबर 2025 आज के उपाय (17 November 2025 Ke Upay)
सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई लाभ मिल सकते हैं। इस दिन शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल, दूध और गंगाजल चढ़ाएं। साथ ही बेलपत्र, धतूरा अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से रोग और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। शिव मंदिर में रुद्राक्ष दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने और व्रत रखने से मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा रहती है। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए सोमवार की रात शिव मंदिर में घी का दीपक जलाएं और नौकरी में सफलता पाने के लिए शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं। इन उपायों से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिल सकती है।
सोम प्रदोष व्रत के दिन करें उपाय - एक योग्य वर पाने के लिए कुंवारी कन्याएं प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, गंगाजल, भांग, धतूरा, दूध आदि चढ़ाकर और शिव जी के मंत्रों का जप करके पूजा-अर्चना कर सकती हैं। इसके अलावा, 108 बेलपत्र पर 'श्री राम' लिखकर महादेव को अर्पित करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और जल्द ही विवाह के लिए योग बनते हैं। भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने और शिव चालीसा का पाठ करने से साधक को विशेष कृपा की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन की समस्याओं से राहत मिलती है।
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