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17 October 2025 Panchang (17 अक्टूबर 2025 का पंचांग)

17 October 2025 Panchang (17 अक्टूबर 2025 का पंचांग)

17 October 2025 Panchang: शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

17 October 2025 Panchang: आज 17 अक्टूबर 2025 से कार्तिक मास का 11वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है, जो कि 11:12 ए एम तक जारी रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज शुक्रवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव 01:54 पी एम तक कन्या राशि में रहेंगे। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे। वहीं चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:43 ए एम से 12:29 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 10:40 ए एम से 12:06 पी एम रहेगा। आज के दिन कई विशेष त्योहार है, जिसमें गोवत्स द्वादशी, तुला संक्रान्ति, रमा एकादशी शामिल है। साथ ही वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

17 अक्टूबर 2025 का पंचांग (17 October 2025 Ka Panchang)

  • तिथि - 11:12 ए एम तक कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी।
  • नक्षत्र - मघा (01:57 पी एम तक) पूर्वाफाल्गुनी
  • दिन/वार - शुक्रवार
  • योग- शुक्ल (01:49 ए एम, अक्टूबर 18 तक) ब्रह्म
  • करण - बालव (11:12 ए एम तक) कौलव (11:42 पी एम तक) तैतिल

कार्तिक कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 10:35 ए एम, अक्टूबर 16

कार्तिक कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 11:12 ए एम तक, अक्टूबर 17

सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)

  • सूर्य - सूर्य देव 01:54 पी एम तक कन्या राशि में रहेंगे। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे। 

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama Ka Muhurat)

  • सूर्योदय - 06:23 ए एम
  • सूर्यास्त - 05:49 पी एम
  • चन्द्रोदय - 03:24 ए एम, अक्टूबर 18
  • चन्द्रास्त - 03:38 पी एम

17 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त और योग (17 October 2025 Ka Shubh Muhurat aur Yog)

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:43 ए एम से 05:33 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:43 ए एम से 12:29 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:01 पी एम से 02:46 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 05:49 पी एम से 06:14 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 05:49 पी एम से 07:05 पी एम
  • अमृत काल - 11:26 ए एम से 01:07 पी एम

17 अक्टूबर 2025 का अशुभ मुहूर्त (17 October 2025 ka Ashubh Muhurat)

  • राहु काल - 10:40 ए एम से 12:06 पी एम
  • गुलिक काल - 07:49 ए एम से 09:15 ए एम
  • यमगंड - 02:58 पी एम से 04:24 पी एम
  • वर्ज्य - 10:32 पी एम से 12:15 ए एम, अक्टूबर 18
  • गण्ड मूल - 06:23 ए एम से 01:57 पी एम
  • दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

17 अक्टूबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (17 October 2025 Parv / Tyohar / Vrat)

  • शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।
  • गोवत्स द्वादशी - गोवत्स द्वादशी धनतेरस से एक दिन पहले मनाई जाती है, जिसमें गायों और बछड़ों की पूजा की जाती है। पूजा के बाद उन्हें गेहूं से बने उत्पाद दिए जाते हैं। इस दिन जो लोग व्रत रखते हैं वे दिनभर गेहूं और दूध से बने उत्पादों का सेवन नहीं करते। इसे नन्दिनी व्रत भी कहा जाता है, जिसमें नन्दिनी नामक दिव्य गाय की पूजा होती है। महाराष्ट्र में इसे वसु बारस के नाम से जाना जाता है और दीपावली का पहला दिन माना जाता है।
  • रमा एकादशी - कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है, जिसमें श्रीहरि और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और धन की कमी नहीं होती। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से तिजोरी सदैव धन से भरी रहती है और परिवार के सदस्यों पर उनकी विशेष कृपा बनी रहती है।

17 अक्टूबर 2025 आज के उपाय (17 October 2025 Ke Upay)

  • शुक्रवार के उपाय - मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सफेद और लाल रंग के फूल जैसे कमल या गुलाब अर्पित करना लाभदायक होता है। कुंडली में शुक्र को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को श्वेत वस्त्र धारण करना और चावल, आटा, दूध जैसी सफेद चीजों का दान करना मददगार होता है। आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए मां लक्ष्मी की पूजा में चावल की खीर और श्रीफल अर्पित करना और कमलगट्टे की माला से उनके नामों का जप करना भी लाभकारी होता है। लक्ष्मी वैभव व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और सभी दुख दूर हो जाते हैं।
  • रमा एकादशी के दिन करें ये उपाय - रमा एकादशी आर्थिक तंगी दूर करने और सुख-शांति पाने के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना करें और प्रिय चीजों का भोग लगाकर सुख-शांति की कामना करें। वैवाहिक जीवन की समस्याओं के लिए तुलसी माता की उपासना और देसी घी का दीपक जलाना लाभकारी है। धन प्राप्ति के लिए पूजा के दौरान लाल कपड़े में 5 कौड़ियां बांधकर माता लक्ष्मी को चढ़ाएं और बाद में इसे पर्स या तिजोरी में रखें। इन उपायों से आर्थिक तंगी दूर होती है, वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है और धन की प्राप्ति होती है।

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