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धनतेरस का पर्व धन, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इस दिन यम नियम से वस्तुएं खरीदने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य और ऐश्वर्य निवास करता है। धनतेरस पर खरीदारी करना केवल आर्थिक संपन्नता के लिए नहीं, बल्कि इसे शुभ संकेत के रूप में भी देखा जाता है। इस दिन जो भी नई वस्तुएं घर में लाई जाती हैं वे मां लक्ष्मी का स्वागत मानी जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन खरीदी गई चीजें सालभर घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखती हैं और आर्थिक उन्नति लाती हैं जिससे घर परिवार सुखी रहता है।
लोहे से बनी चीजें इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। कांच के सामान की खरीदारी से भी बचना चाहिए। किसी को धन उधार न दें क्योंकि इससे आर्थिक हानि का खतरा होता है। धनतेरस छोटी दिवाली से पहले आता है, जिसे आमतौर पर नरक चतुर्दशी के रूप में जाना जाता है और यह कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष के तेरहवें दिन पड़ता है, जो आम तौर पर अक्टूबर और नवंबर में पड़ता है।
वैसे तो सोना-चांदी खरीदारी का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर को पूरे दिन रहता है। पर इस बार 29 अक्टूबर के दिन सुबह 10:31 बजे त्रयोदशी आरम्भ होगी और 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे तक रहेगी। इसलिए इस बार धनतेरस पर खरीदारी और पूजा के लिए कई शुभ मुहूर्त रहेंगे।
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