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भारतीय परंपरा में मनोकामना पूर्ति और विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जाप एक प्राचीन प्रथा है। इन मंत्रों में से एक विशिष्ट श्रेणी, जिसे शाबर मंत्र कहा जाता है अपनी प्रभावशीलता और सरलता के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। दरअसल, ये शाबर मंत्र लोकभाषा में होते हैं और इन्हें बिना किसी कठिन प्रक्रिया के तुरंत सिद्ध भी किया जा सकता है। आइए इस आलेख में हम शाबर मंत्रों के इतिहास, महत्व, उपयोग और प्रभाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
शाबर मंत्र का मूल तत्व भगवान शिव से जुड़ा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने सबसे पहले इन मंत्रों का उपदेश देवी पार्वती को दिया। इसके बाद महान संत गुरु गोरखनाथ ने इन मंत्रों को लोगों के बीच प्रचलित किया। शाबर मंत्रों की रचना संस्कृत के बजाय स्थानीय बोलियों में की गई है। जिससे इन्हें साधारण लोग भी आसानी से समझ सकें और इसका उपयोग कर सकें।
"शाबर" शब्द का मतलब है स्थानीय या देहाती। ये मंत्र ग्रामीण भारत में प्रचलित बोलियों में लिखीं हुईं हैं। जिससे इनका उपयोग सभी वर्गों के लिए सुलभ हो जाता है। शाबर मंत्र हिंदू धर्म की अद्भुत धरोहर है। इन मंत्रों की सबसे बड़ी विशेषता है कि इन्हें सिद्ध करने में कम समय लगता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने इन मंत्रों को आत्मज्ञान, क्रोध नियंत्रण और मोह के नाश के लिए विकसित किया है। गुरु गोरखनाथ ने बाद में इन मंत्रों को जनसामान्य के लिए सुलभ बनाया था, इन मंत्रों के माध्यम से
1. शीघ्र फलदायी: ये मंत्र अपेक्षाकृत जल्दी सिद्ध होते हैं और मनोवांछित फल प्रदान कर सकते हैं।
2. ऊर्जा से भरपूर: इन मंत्रों में ध्वनि तरंगों की शक्ति होती है जो सीधे प्रभाव डालती है।
3. नकारात्मक शक्तियों का निवारण: शाबर मंत्र काले जादू और नकारात्मक ऊर्जाओं के प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है।
4. जीवन में सुधार: समृद्धि, मानसिक शांति और आत्मविश्वास में भी इससे वृद्धि होती हैं।
शाबर मंत्र के जाप की प्रक्रिया सरल है लेकिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है जो इस प्रकार हैं।
शाबर मंत्रों में किसी प्रकार की बाधा यानी कीलक नहीं होती जिससे इनकी शक्ति पहली माला से ही प्रकट हो जाती है।
ॐ ह्रीं श्रीं गों, गोरक्ष नाथाय विद्महेसूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति।ॐ ह्रीं श्रीं गोम, हम फट स्वाहाः।ॐ ह्रीं श्रीं गोम, गोरक्ष हम फट स्वाहाः।ॐ ह्रीं श्रीं गोम गोरक्ष, निरंजनात्मने हम फट स्वाहाः।
शाबर मंत्र विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोगी हैं, जैसे:-
शाबर मंत्र शक्तिशाली हैं, इसलिए श्रद्धा और सटीकता के साथ इसका जाप करना चाहिए। गुरु गोरखनाथ की देन ये मंत्र किसी भी व्यक्ति को आध्यात्मिक और भौतिक सफलता प्रदान कर सकती है। श्रद्धा, समर्पण और सच्चे इरादों के साथ शाबर मंत्र का जाप निश्चित ही फलदायी साबित होता है। हालांकि, ध्यान रखने वाली बात ये है कि इसके उच्चारण में लापरवाही ना करें और अपने उद्देश्य को भी सर्वदा शुद्ध रखें।
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