Aaj Ka Ank Jyotish, 6 June 2025: आज दिनांक 6 जून 2025 है और अंक ज्योतिष के अनुसार इसका मूलांक बनता है 6। अंक 6 शुक्र ग्रह का प्रतीक माना जाता है, जो प्रेम, सौंदर्य, ऐश्वर्य और विलासिता का प्रतिनिधित्व करता है। अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 1 वाले जातकों को भरपूर फायदा मिलेगा तो वहीं मूलांक 2 वाले जातकों का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। ऐसे में आइए जानते हैं आज के मूलांक के आधार पर विभिन्न अंकों के जातकों के लिए दिन कैसा रहेगा।
आज आपको अपने आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता के बल पर फायदा मिल सकता है। कार्यस्थल पर आपकी राय को अहमियत दी जाएगी। हालांकि, निजी जीवन में थोड़ी संवेदनशीलता बनाए रखें। पार्टनर की भावनाओं को समझें।
आज का दिन भावनात्मक रूप से थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। किसी पुराने दोस्त से बातचीत होगी जो मन को सुकून देगी। कार्यक्षेत्र में नई शुरुआत का योग बन सकता है।
आज का दिन आपके लिए नई योजनाएं बनाने और उन्हें शुरू करने के लिए शुभ है। गुरु का प्रभाव आपके विवेक को बल देगा। आर्थिक रूप से कुछ राहत मिलेगी। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है।
थोड़ा संयम रखने की जरूरत है। हो सकता है योजनाएं देर से पूरी हों या अड़चन आएं, लेकिन धैर्य से काम लें। परिवार में किसी बुजुर्ग की सलाह आज मददगार साबित हो सकती है।
आज आप आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। इंटरव्यू, मीटिंग या किसी नए संपर्क के लिए दिन अनुकूल है। छोटी यात्रा का योग भी बन सकता है।
आज का दिन आपके लिए विशेष है, क्योंकि दिन और मूलांक दोनों ही 6 हैं। यह शुभ संयोग प्रेम संबंधों को मजबूत करेगा। जो लोग कला, सौंदर्य या फैशन से जुड़े हैं, उनके लिए उन्नति के संकेत हैं।
आज ध्यान और आध्यात्म की ओर आपका झुकाव बढ़ेगा। मानसिक शांति की तलाश में रहेंगे। किसी पुराने मित्र से मुलाकात या यादें ताजा हो सकती हैं। रुके हुए कार्य पूरे होंगे।
शनि के प्रभाव वाले मूलांक 8 के लिए आज का दिन मिलाजुला रह सकता है। मेहनत अधिक करनी पड़ेगी लेकिन परिणाम धीरे-धीरे मिलेंगे। कानूनी या सरकारी मामलों में थोड़ी राहत मिलने की संभावना है।
आज ऊर्जा और आत्मबल का सही इस्तेमाल करें। क्रोध पर नियंत्रण रखें और टीमवर्क को महत्व दें। कोई पुरानी योजना अब रंग ला सकती है। प्रेम संबंधों में सुधार होगा।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
36 घंटे के उपवास के रूप में चलने वाला छठ पूजा का व्रत सबसे जटिल व्रतों में से एक माना जाता है। यह व्रत खासतौर पर सूर्य देव और छठी मैया की उपासना और आराधना के लिए किया जाता है।
छठ पूजा भारत के कुछ राज्यों, विशेष तौर पर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।
छठ पर्व का दूसरा दिन खरना होता है, खरना का मतलब है शुद्धिकरण। जो व्यक्ति छठ का व्रत करता है उसे इस पर्व के पहले दिन यानी नहाय-खाय वाले दिन पूरा दिन उपवास रखना होता है।
छठ महापर्व का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य के लिए जाना जाता है। इसमें व्रती महिलाएं पवित्र नदी में या किसी कुंड में डुबकी लगाती हैं और सूर्य और छठी मैया की पूजा करती है।