आरती श्री पितर जी की (Aarti of Shri Pitar Ji Ki)

॥ श्री पितर आरती ॥


जय पितरजी महाराज, जय जय पितरजी महाराज।

शरण पड़यो हूँ थारी, राखो हमरी लाज॥


आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहारे।

मैं मूरख कछु न जानू, आप ही हो रखवारे॥

जय पितरजी महाराज....


आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी, करने मेरी रखवारी।

हम सब शरण हैं आपकी, सुनिए अरज हमारी॥

जय पितरजी महाराज....


देश परदेश सब जगह,आप ही करो सहाई।

काम पड़े पर नाम आपको, लगे बहुत सुखदाई॥

जय पितरजी महाराज....


भक्त सभी हैं शरण आपकी,अपने सहित परिवार।

रक्षा करो आप ही सबकी, रटूँ मैं बारम्बार॥

जय पितरजी महाराज....


जय पितरजी महाराज, जय जय पितरजी महाराज।

शरण पड़यो हूँ थारी, राखो हमरी लाज॥


पितरदेव महाराज की जय

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आओ आओ गजानन आओ (Aao Aao Gajanan Aao )

आओ आओ गजानन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥

Jis Bhajan Mein Ram Ka Nam Na Ho (जिस भजन में राम का नाम ना हो)

जिस भजन में राम का नाम ना हो,
उस भजन को गाना ना चाहिए ॥

शाबर मंत्र पढ़ने के नियम

शाबर मंत्र भारत की प्राचीन तांत्रिक परंपरा का हिस्सा हैं। ये अपनी सहजता और प्रभावशीलता के लिए प्रसिद्ध है। इन मंत्रों का उपयोग व्यक्ति के भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक समस्याओं का समाधान करने के लिए किया जाता है।

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे(Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge)

मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,