हम आये है तेरे द्वार, गिरजा के ललना (Hum Aaye Hai Tere Dwar Girija Ke Lalna)

हम आये है तेरे द्वार,

गिरजा के ललना,

हो देवो के सरदार,

गिरजा के ललना,

करने दीदार दीदार दीदार,

दीदार गिरजा के ललना,

अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,

सब भक्त तेरे अंगना,

हम आये हैं तेरे द्वार,

गिरजा के ललना ॥


लंबोदर गजबदन गजानन,

लाये खुशहाली,

महक उठे वन उपवन खेतन,

आई हरियाली,

अरे झूम झूम के भगता तेरी,

करते वंदना,

अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,

सब भक्त तेरे अंगना,

हम आये हैं तेरे द्वार,

गिरजा के ललना ॥


तीजा रही उपासी गौरा,

सह के कठिन कलेश,

लगत चौथ चंदा के नाईं,

पूजे गौर गणेश,

अरे लालन बनके महा शक्ति के,

झूले झूलना,

अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,

सब भक्त तेरे अंगना,

हम आये हैं तेरे द्वार,

गिरजा के ललना ॥


घर घर मे तुम आये गणपति,

हो रही जय जयकार,

ये ‘बेनाम’ खड़ा कर जोरे,

ले फूलन के हार,

अपने इस ‘संदीप’ को गणपति,

दाता न भूलना,

अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,

सब भक्त तेरे अंगना,

हम आये हैं तेरे द्वार,

गिरजा के ललना ॥


हम आये है तेरे द्वार,

गिरजा के ललना,

हो देवो के सरदार,

गिरजा के ललना,

करने दीदार दीदार दीदार,

दीदार गिरजा के ललना,

अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,

सब भक्त तेरे अंगना,

हम आये हैं तेरे द्वार,

गिरजा के ललना ॥

........................................................................................................
माँ दिल के इतने करीब है तू(Maa Dil Ke Itne Kareeb Hai Tu)

माँ दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए,

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है (Aaj Somwar Hai Ye Shiv Ka Darbar Hai)

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,

हरी नाम सुमिर सुखधाम, जगत में(Hari Nam Sumir Sukhdham Jagat Mein)

हरी नाम सुमिर सुखधाम,
हरी नाम सुमिर सुखधाम

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे(Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge)

मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।