हम आये है तेरे द्वार,
गिरजा के ललना,
हो देवो के सरदार,
गिरजा के ललना,
करने दीदार दीदार दीदार,
दीदार गिरजा के ललना,
अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,
सब भक्त तेरे अंगना,
हम आये हैं तेरे द्वार,
गिरजा के ललना ॥
लंबोदर गजबदन गजानन,
लाये खुशहाली,
महक उठे वन उपवन खेतन,
आई हरियाली,
अरे झूम झूम के भगता तेरी,
करते वंदना,
अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,
सब भक्त तेरे अंगना,
हम आये हैं तेरे द्वार,
गिरजा के ललना ॥
तीजा रही उपासी गौरा,
सह के कठिन कलेश,
लगत चौथ चंदा के नाईं,
पूजे गौर गणेश,
अरे लालन बनके महा शक्ति के,
झूले झूलना,
अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,
सब भक्त तेरे अंगना,
हम आये हैं तेरे द्वार,
गिरजा के ललना ॥
घर घर मे तुम आये गणपति,
हो रही जय जयकार,
ये ‘बेनाम’ खड़ा कर जोरे,
ले फूलन के हार,
अपने इस ‘संदीप’ को गणपति,
दाता न भूलना,
अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,
सब भक्त तेरे अंगना,
हम आये हैं तेरे द्वार,
गिरजा के ललना ॥
हम आये है तेरे द्वार,
गिरजा के ललना,
हो देवो के सरदार,
गिरजा के ललना,
करने दीदार दीदार दीदार,
दीदार गिरजा के ललना,
अरे दे ताली दे ताली नाचे रे,
सब भक्त तेरे अंगना,
हम आये हैं तेरे द्वार,
गिरजा के ललना ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
तमिलनाडु में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाई जाती है। यह दिन हनुमान जी को समर्पित है। हिंदू पौराणिक कथाओं में, हनुमान जी शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक हैं।
श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है,
श्री महाकाल ऐसा वरदान दो,
गुणगान तुम्हारा सुनाता रहूं,