मत घबरा मन बावरे,
है श्याम तेरा रखवाला,
है श्याम तेरा रखवाला॥
मत घबरा मन बावरे,
है श्याम तेरा रखवाला,
है श्याम तेरा रखवाला॥
साथ तुम्हारा कभी ना छोड़े,
मोहन मुरली वाला,
मत घबरा मन बावरे,
है श्याम तेरा रखवाला,
है श्याम तेरा रखवाला॥
करे कृपा जब सांवरा,
सब संकट कट जाए,
आग लगी चहुँ ओर हो,
तुझपर आंच ना आए,
करुणा की जब वर्षा होती,
क्या कर सकती ज्वाला,
॥ मत घबरा मन बावरें...॥
जग वाले मुँह मोड़ ले,
दुश्मन बने जमाना।
ये तू निश्चय जान ले,
निर्बल का बल कान्हा।
तुफानो में दीपक जलता,
कौन बुझाने वाला।
॥ मत घबरा मन बावरें...॥
तू कमजोर नहीं है,
तेरे साथ कन्हैया।
तेरे ऊपर पड़ रही,
मोर मुकुट की छैया।
बिन्नू इस शीतल छैया में,
फेर श्याम की माला।
॥ मत घबरा मन बावरें...॥
मत घबरा मन बावरे,
है श्याम तेरा रखवाला,
है श्याम तेरा रखवाला,
साथ तुम्हारा कभी ना छोड़े,
मोहन मुरली वाला,
॥ मत घबरा मन बावरें...॥
मत घबरा मन बावरे,
है श्याम तेरा रखवाला,
है श्याम तेरा रखवाला॥
कहते हैं जब भगवान पर आस्था होती है तो आपकी जिंदगी भगवान की हो जाती है। उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती के रहने वाले हंसराज बाबा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उन्होंने अपनों से मिले दुख और अन्याय के कारण अपने जीवन को वैराग्य की ओर मोड़ दिया।
13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। वहीं, मकर संक्रांति के पवित्र स्नान पर करोड़ो साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने यहां आस्था की डुबकी भी लगाई है। कुंभ नगरी में बड़ी संख्या में देशभर से साधु-संत भी पहुंचे हैं।
महाकुंभ 2025 में, गंगापुरी महाराज अपनी हाइट को लेकर सुर्ख़ियों में हैं और आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। उनकी हाइट महज 3 फिट है। इतनी लंबाई महज पांच-छह साल के बच्चे की होती है।
प्रयागराज में 13 जनवरी से जोर शोर से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। यहां, साधु-संतों के पहुंचने का सिलसिला अभी भी जारी है। इसी क्रम में महाकुंभ में बवंडर बाबा भी पहुंचे हैं।