संसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में,
प्रतिपल प्रतिक्षण मैं जपा करूँ,
तेरा नाम तुम्हारे चरणों में,
सँसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥
दीनो का दुःख हरने वाले,
दुखियों पे दया करने वाले,
दयासिन्धु न्योछार दास करे,
धन धान तुम्हारे चरणों में,
सँसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥
तुम ही तुम रहो मेरे मन में,
तेरी छवि बसी हो धड़कन में,
दुनिया में मिले तो मिले सदा,
आराम तुम्हारे चरणों में,
सँसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥
करूणानिधि इतनी दया करो,
अपराध मेरे सब क्षमा करो,
‘कोमल’ ‘कुलदीप’ ये गुण गाए,
सुबहो शाम तुम्हारे चरणों में,
सँसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥
संसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में,
प्रतिपल प्रतिक्षण मैं जपा करूँ,
तेरा नाम तुम्हारे चरणों में,
सँसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥
हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार विशेष महत्व रखता है। कार्तिक अमावस्या के दिन लक्ष्मी पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की आराधना करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
हिंदू विवाह से पहले कई रस्में और परंपराएं निभाई जाती हैं, जो दूल्हा-दुल्हन के लिए बेहद खास और यादगार होती हैं। ये रस्में न केवल दोनों परिवारों को एक-दूसरे के करीब लाती हैं, बल्कि विवाह के पवित्र बंधन की शुरुआत भी करती हैं। इनमें पारंपरिक गीत, नृत्य और अनुष्ठान शामिल होते हैं, जो विवाह उत्सव को और भी रंगीन व यादगार बना देते हैं।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर स्वाति नक्षत्र और वृद्धि योग का संयोग बन रहा है।
मार्च का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन और चैत्र महीने में बंटा होता है। इस महीने में प्रकृति अपने रंग-बिरंगे रूप में नज़र आती है। वसंत ऋतु की शुरुआत होती है और प्रकृति नए जीवन से भर जाती है।