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राम भजन - सीताराम सीताराम जपा कर (Sita Ram Japa Kar)

राम भजन - सीताराम सीताराम जपा कर (Sita Ram Japa Kar)

चंचल मनं

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर


कर चिंतन

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

चंचल मनं...


जगत देरहा द रश बधाई

अ रपि त कर का मुरत दि खाई

कि स वि द पभूजी कर रि झाई

सबसेउंची पेम सगाई

सि दी सादन धान सम रपण

तन मनं धन अ रपण


सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

कर चिंतन...


सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर


चंचल मनं...

मरयादा पुशीतम दाता

रप राम का सबको भाता

जोभी राम दुआरेआता

अरेभाव आगार सेमुकी पाता

दसो दि शायेहई राम मयं

तीनोलोक भजेहर हर..


सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर


कर चिंतन..

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर

सीताराम सीताराम जपाकर

राम राम राम राम रटा कर


चंचल मनं...

सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम

राम राम राम राम सीताराम.


कर चिंतन...

सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम

राम राम राम राम सीताराम.


चंचल मनं...

सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम

राम राम राम राम सीताराम.


कर चिंतन...

सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम

राम राम राम राम सीताराम.

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दिये, कौड़ी और सिक्के से दिवाली के उपाय

दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। दीपावली धन और खुशहाली का प्रतीक भी है।

दिवाली से पहले घर में कर लें ये तैयारियां

हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली के पांच दिन घर में उत्सव जैसा माहौल रहता है। इस दिन जहां बच्चों को पटाखे छोड़ने का मौका मिलता है।

आखिर क्यों मनाया जाता है दिवाली का त्योहार

सालभर के इंतजार के बाद फिर एक बार दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।

दिवाली पर मां लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा विधि

दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

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